मामला रात्रि में अवैध रेत खनन का।
कवर्धा – कबीरधाम जिले में हत्या, दुष्कर्म, मारपीट, आगजनी, चोरी डकैती, अवैध उत्खनन की धंधे, वनों की कटाई, सड़क एक्सीडेंट, अवैध शराब की बिक्री, गांजा तस्करी आदि नही रुक रहा है। प्रदेश में कवर्धा का नाम हर दृष्टिकोण से अलग पहचान है। शक्कर कारखान, चार सौ से अधिक गुड़ फैक्टरियां, छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से 15 साल गृह नगर ने मुख्यमंत्री दिया पिछली सरकार में कांग्रेस के कद्दावर नेता भी केबिनेट मंत्री रहे हैं। हाल में गृह मंत्री कवर्धा ने दिया है। बौजूद क्राइम लगातार बढ़ रहा है जो एक चिंता का कारण बनता जा रहा है। जबकि प्रदेश में सबसे ज्यादा शांति प्रिय कवर्धा को होना चाहिए वह अशांत बन गया है।
लोहारीडीह की घटना अभी शांत ही नही हुई है वहीं बीती 23-24 तारीख की दरमियानी रात को जिले के पंडरिया मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर कुकदुर थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत डालामौहा में झोरी नाला से अवैध रेत उताखन्न करने वालों ने रोकने गई वन विकास निगम के दो अफसर पर जान लेवा हमला कर लहू लुहान कर दिए हैं। वन कर्मी गणेश चंद्रवंशी, अनिल कुर्रे के रिपोर्ट पर पुलिस 17 लोगों के ऊपर FRI करी है, जिसमे दो नाबालिक भी शामिल है। कुकदुर पुलिस धारा 296,351(2) 211121(1) 132,109(1) 191(2)(3) व 190 भारतीय न्याय संहिता के तहत कमलेश, दशरथ, भगवान सिंह, बल्लू उर्फ एहरू, संतराम, केजुराम, मुखीराम, परसू, शरवण, शिवलाल, टिड्डू, राजेशकुमार, सालिकराम, पंचूराम और आशीष हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जिन्हे जेल भेज दिया गया है। दो नाबालिक लोगों का नाम नही लिखा गया है।
अवैध रेत खनन करने वालों ने रात के अंधेरे नाला से खुदाई कर निकल रहे थे। इस बात की जानकारी वन विकास निगम के अफसरों को हुई । घटना स्थल वन बिट क्रमण 1468 पहुंचे जहां पर अवैध खनन हो रही थी। वन विकास निगम कर्मियों ने रोक ने का प्रयास किया तो संगठित हो उत्खन में संहलग्न लोगों ने गंदी गंदी गली गलौच करते हुए लाठी डंडा मुक्का आदि से जानलेवा हमला कर दिए। किसी तरह अपनी जान बचाकर दोनों कर्मी भागकर खून से लथपथ पुलिस थाना पहुंचे और आप बीती बताकर रिपोर्ट दर्ज कराया। घायल वन कर्मियों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां डाक्टर ने इलाज किया अब दोनो खतरे से बाहर हैं उन्हें घर पर आराम करने की सलाह देते हुए अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। इस समय अवैध धंधा करने वालों का हौसले बुलंद हैं तभी तो आय दिन घटना को अंजाम दे रहे हैं।