महतारी वंदन योजना से सरोज बनी आत्मनिर्भर, इस वर्ष तीज का पर्व बना खास

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल से बदल रही ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी,सीधे खाते में राशि मिलने से बढ़ रहा आत्मविश्वास
कबीरधाम जिले के ग्राम चिमरा की महिला सरोज साहू के जीवन में इस बार तीज का त्यौहार खास बन गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार की महतारी वंदन योजना से उन्हें हर महीने सीधे खाते में आर्थिक सहायता मिल रही है, जिसके कारण वे आज आत्मनिर्भर बन चुकी हैं। कुछ समय पहले तक सरोज को घर के छोटे-छोटे खर्चों के लिए भी अपने पति से पैसे मांगने पड़ते थे। गांव की यात्रा हो या बच्चों की पढ़ाई के लिए जरूरी खर्च, हर बार उन्हें इंतजार करना पड़ता था। लेकिन जब से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने महतारी वंदन योजना शुरू की, उनकी जिंदगी बदल गई। अब राशि सीधे उनके खाते में आती है, जिससे वे बिना किसी झिझक के अपनी जरूरतें पूरी कर पा रही हैं।
सरोज साहू इस तीज पर खास खुशी से झूम रही हैं। कुछ समय पहले तक तीज का त्यौहार उनके लिए केवल घर-परिवार तक सीमित था, लेकिन महतारी वंदन की राशि से इस बार उन्होंने तीज के अवसर पर अपने लिए श्रृंगार का सामान, मायके वालों के लिए मिठाई, और बच्चों के लिए चॉकलेट खरीदी है। सरोज बताती हैं कि अब मैं न केवल मायके जा रही हूँ, बल्कि अपने परिवार के लिए कुछ खास ले जाने की खुशी भी है। यह मेरे लिए सबसे बड़ा तोहफा है। सरोज के चेहरे की चमक और आत्मविश्वास इस बात का प्रमाण है कि आज वे आर्थिक रूप से सक्षम हैं। तीज का त्यौहार अब उनके लिए केवल धार्मिक और पारंपरिक पर्व ही नहीं, बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता और महिला सशक्तिकरण का उत्सव बन गया है।
यह कहानी केवल सरोज तक सीमित नहीं है। महतारी वंदन योजना ने जिले और प्रदेश की हजारों ग्रामीण महिलाओं को तीज जैसे पारंपरिक त्यौहारों पर आत्मनिर्भरता का अहसास कराया है। महिलाएँ अब परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी में साझेदारी निभा रही हैं और अपने पैसों से अपने प्रियजनों के लिए कुछ कर पाने की गर्व भरी खुशी उनके जीवन में नए रंग भर रही है। तीज का यह पर्व महतारी वंदन योजना के कारण महिलाओं के आत्मसम्मान और स्वावलंबन का पर्व बन चुका है।