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बड़ी खबर : रिहा हुए अपरहित जवान राकेश्वर सिंह मन्हास, नक्सलियों के चंगुल से छूटे कोबरा कमांडो

बड़ी खबर : रिहा हुए अपरहित जवान राकेश्वर सिंह मन्हास, नक्सलियों के चंगुल से छूटे कोबरा कमांडो

रायपुर : नक्सलियों ने अपरहित जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को रिहा कर दिया है। बताया जा रहा है कि स्थानीय पत्रकारों और मध्यस्थों से बातचीत के बाद नक्सलियों ने उन्हें रिहा किया है।आपको बता दें कि बीते शानिवार को हुई सुरक्षाबलों और नक्सलियों की मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए थे उसी दौरान नक्सली कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास को अपने साथ बंदी बनाकर ले गए थे। अच्छी बात यह रही कि नक्सलियों ने जवान को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुँचाया। जवान सकुशल स्थानीय थाने में लौट चुके हैं। नक्सलियों ने अपने कब्जे में रखे CRPF कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह को रिहा कर दिया है। जिसके बाद जवान की पहली तस्वीरे सामने आई है। इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि जवान पूरी तरह सुरक्षित है। 11 सदस्यीय मध्यस्थता टीम से बातचीत ले लिए जंगल भेजा गया था।

मध्यस्थता के इन्हे भेजा गया था जंगल
नक्सलियों ने पांच दिनों बाद उन्हें रिहा कर दिया है। नक्सलियों के शर्त के बाद सरकार ने दो सदस्यीय मध्यस्ता टीम का ऐलान किया था। जिसमें पद्मश्री धर्मपाल सैनी, गोंडवाना समाज के अध्यक्ष तेलम बोरैया को नक्सलियों के पास भेजा गया था। इसके साथ ही टीम के साथ 7 पत्रकारों की टीम भी मौजूद थी।

नक्सलियों ने जारी किया था अपह्त जवान का फोटो
नक्सलियों ने स्थानीय पत्रकारों को फ़ोन कर जवान को आपने कब्जे में होने की जानकारी दी थी। इसके साथ ही उन्होंने उनके इलाज की भी बात कही थी। माओवादियों ने जवान का फोटो जारी करते हुए उनके सुरक्षित होने का प्रमाण भी प्रस्तुत किया था। जारी फोटो में जवान बैठे हुए बिलकुल सुरक्षित दिखाई दे रहे थे।

पांच साल की बेटी ने लगाई थी भावुक गुहार
CRPF के कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह की पांच साल की बेटी ने अपने पिता की रिहाई के लिए सरकार से गुहार लगाई थी। उनकी बेटी ने भावुक होते हुए अपनी पिता की रिहाई के लिए मांग की थी। उनकी पत्नी में भी अभिनन्दन का हवाला देते हुए सरकार से अपने पति की रिहाई की मांग की थी।

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