ChhattisgarhRajnandgaon

छत्तीसगढ़ के बच्चे अपनी सेहत, शिक्षा, हुनर, खेलकूद कौशल, लगन, संस्कार केलिए विशेष पहचान बनाएं : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

छत्तीसगढ़ देश का ऐसा पहला ऐसा राज्य जहां नवमीं से लेकर बारहवीं तक पढ़ाई नि:शुल्क, पढ़ाई पूरी करने की सुविधा शिक्षा के अधिकार के रूप में
दूरस्थ वनांचल ग्राम मजियापारा के बच्चों, शिक्षकों
एवं ग्रामवासियों ने सुना लोकवाणी

मुख्यमंत्री की बातों से बच्चों को मन लगाकर पढऩे की मिली प्रेरणा

राजनांदगांव। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी को आज मोहला विकासखंड के दूरस्थ वनांचल ग्राम मजियापारा के बच्चों, शिक्षकों एवं ग्रामवासियों ने तन्मयता पूर्वक सुना। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दीपावली की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू बच्चों में देश का भविष्य देखते थे और मानते थे कि भारत के बच्चे जितने शिक्षित और स्वस्थ होंगे, देश का भविष्य भी उतना ही सुरक्षित होगा। वे कहते थे कि नदियों, पहाड़ों, खेतों, खलिहानों, जंगलों, मैदानों के साथ ही इस देश के करोड़ों बेटे-बेटियां ही भारतमाता हैं। विविधता में एकता ही हमारी ताकत है। देश का हर व्यक्ति, जाति, धर्म से परे हटकर एकजुट हो और सब अपने भीतर भारत को महसूस करें, उसे ही जियें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पूरे देश में सिर्फ आठवीं कक्षा तक नि:शुल्क पढ़ाई की सुविधा दी गई है। पढ़ाई पूरी करने की सुविधा शिक्षा के अधिकार के रूप में दी है। छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य बना है, जहां नवमीं से लेकर बारहवीं तक पढ़ाई नि:शुल्क होगी। मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव की बालिका जयश्री ठाकुर की समस्या को सुनकर तत्काल उनका प्रवेश शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई कन्या शाला में कराया।
मोहला विकासखंड के ग्राम मजियापारा में समाज सेवी श्री संजय जैन ने कहा कि कोरोना काल में छत्तीसगढ़ में पढ़ई तुंहर दुआर, मोहल्ला क्लास एवं बुल्टू के बोल के माध्यम से बच्चों को शिक्षा से जोडऩे का मुख्यमंत्री का प्रयास सराहनीय है। उन्होंने बताया कि 11 नवम्बर को मोहला ब्लॉक के सभी स्कूल स्मार्ट एन्ड्राईड टीवी के माध्मय से डिजिटल पढ़ाई से जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण कार्य में संसदीय सचिव श्री इन्द्रशाह मंडावी, सभी शिक्षकों, सहायक परियोजना समन्वयक सतीश ब्यौहरे एवं ग्रामवासियों का योगदान है। सहायक परियोजना समन्वयक सतीश ब्यौहरे ने कहा कि जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर बच्चों ने लोकवाणी को सुना और बहुत कुछ सीखा। जिले में शिक्षा के क्षेत्र में कही कोई कमी नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव जिले की बालिका की समस्या सुनकर स्वयं तत्काल बच्ची को स्कूल में प्रवेश दिलाया। सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र देवांगन ने कहा कि कोरोना काल में देश में शिक्षा व्यवस्था अत्यधिक प्रभावित हुई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दूरदर्शिता से स्कूलों में मध्यान्ह भोजन गणवेश बच्चों को प्रदान किया गया। वहीं पढ़ई तुहंर दुआर का बेहतरीन क्रियान्वय सभी के सहयोग से किया गया। मोहल्ला क्लास स्मार्ट टीवी के माध्यम से किया गया है। उन्होंने कहा कि बारहवीं तक शिक्षा के अधिकार का विस्तार एवं बालिका शिक्षा को मुख्यमंत्री जी का प्रोत्साहन सराहनीय है। ग्रामवासी श्री महेश कुंजाम ने कहा कि विकट परिस्थिति में भी मोहल्ला क्लास अनवरत रूप से जारी है। नवमीं क्लास के विद्यार्थी आदित्य ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री की बातों से प्रेरणा मिली है और वे मन लगाकर पढ़ाई करेंगे। दसवीं कक्षा की मनीषा कुंजाम ने कहा कि बच्चों के पढ़ाई के प्रति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सहयोग और उनकी सहृदयता अच्छी लगी। अंतिका कोर्राम ने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीवन की बातें उन्हेंं प्रेरक लगी।
इस अवसर पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री रोहित अंबादे, बीआरसीसी खेमलाल वर्मा, संकुल समन्वयक विष्णु निषाद, प्रधानपाठक हरिशंकर देशलहरा, शिक्षका दीप्ति ठाकुर, शिक्षक नुतन सिंह साहू, सरोज साहू सहित बच्चे एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।

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