

नई दिल्ली। शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो गया है। इसकी अधिसूचना जारी होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है। इसके तहत देशभर में अभियान चलाकर सियासी दलों के होर्डिंग, बैनर, पोस्टर उतारे जा रहे हैं। यही नहीं, सरकारी योजनाओं के होर्डिंग भी उतारे जा रहे हैं। आचार संहिता उल्लंघन की जानकारी सीधे चुनाव आयोग को दी जा सकती है। आयोग तेज रफ्तार से इस पर कार्रवाई करेगा।
बताते चलें कि, जहां एक तरफ आचार संहिता को लेकर लोगों में जानकारी की कमी का फायदा उठाकर सरकारी अधिकारी काम करने से इनकार कर देते हैं। वहीं, लोगों में भी ये गलत धारणा है कि आचार संहिता सिर्फ राजनीतिक दलों और नेताओं पर लागू होती है। अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं, तो अलर्ट हो जाएं।
राजनीतिक दल या नेता ही नहीं, अगर आम आदमी भी आचार संहिता का उल्लंघन करता है, तो उसे भी जेल की हवा खानी पड़ सकती है। हालांकि, आपका ये जानना बेहद जरूरी है कि इस दौरान सभी सरकारी कामकाज बंद नहीं होते हैं। लिहाजा, अगर कोई सरकारी अधिकारी आपके काम को करने से इनकार कर देता है, तो आपको पता होना चाहिए कि नियम क्या कहते हैं।