प्राथमिक विद्यालय में निशुल्क पढ़ा रहे हैं गांव की बेटियां


बोड़ला। सरकारी स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर सरकार के दावे भले ही बड़े-बड़े हों लेकिन सच्चाई यह है कि स्कूली शिक्षा का ढांचा चरमराता दिख रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अधिकांश कई प्राथमिक स्कूल एक-एक शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं।
बोड़ला विकासखंड अंतर्गत प्राथमिक शाला नेउरगांव कला में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है जहा केवल एक प्रधान पाठक और एक शिक्षक ही बच्चों को पढ़ा रहे है इस समस्या को देखते हुए गांव के ही बेटी सीमा पटेल ,मधु पटेल और प्रीति चंद्रवंशी प्राथमिक विद्यालय में जाकर बच्चों को पढ़ा रहे है।
प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक संतोष निषाद ने बताया कि हमारे स्कूल में अभी शिक्षको की कमी है, जिसको देखते हुए गांव के ही बेटी निशुल्क सेवा कर रहे है।
गांव के लोगो ने भी बेटियों की इस कार्य को सराहा
प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को निशुल्क पढ़ाते देख गांव के लोगो ने बच्चियों के इस कार्य को सराहा है।