कवर्धा में विहिप अब करने जा रही ‘हिंदू शौर्य जागरण-संकल्प महासभा’ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हो सकते हैं शामिल


कवर्धा। शहर में पिछले महीने हुए सांप्रदायिक तनाव को लेकर विश्व हिन्दू परिषद् (विहिप) अगले सोमवार को ‘हिन्दू शौर्य जागरण-संकल्प महासभा’ करने जा रही है। इस विषय में विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रशेखर वर्मा ने कवर्धा में प्रेस कांफ्रेंस की।

उन्होंने कहा, “यह आयोजन शहर के करपात्री हाई स्कूल के पास स्टेडियम में होगा। इसके लिए विहिप ने पम्पलेट भी जारी कर दिया है। चंद्र शेखर वर्मा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा इसका उद्देश्य हिन्दू जागरण है। हिन्दू समाज के अंदर हिन्दू का भाव हो। जो भी समस्या आई है और कवर्धा में जो घटना घटी है, इसके लिए हम अन्य विधर्मी और अन्य धर्मावलम्बियों को दोषी न मान करके, हम हिन्दू समाज के कमी की ही कारण ऐसा हुआ है। इसलिए अपनी कमी को दूर करने के लिए एक हिन्दू संगठन और हिन्दू भाव के लिए यह कार्यक्रम कर रहें हैं।
इस महासभा में प्रमुख रूप से महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती जी मृत्युन्जय आश्रम अमरकंटक,पूज्य संत राजीव लोचन जी महाराज चित्रकूट धाम,संत श्री राम बालक दास महात्यागी जी, स्वामी श्री रामरूपदास जी हरिहर केदार द्वीप ,स्वामी परमानन्द जी शान्तिधाम वृंदावन ,महामंडलेश्वर सर्वेश्वर दास जी प्रमुख रूप से सभा को संबोधित करेंगे ।
यह कार्यक्रम 6 दिसम्बर को शौर्य दिवस के अवसर पर कवर्धा नगर में ही स्वामी करपात्री महाराज विद्यालय के पास स्थित स्टेडियम में एक महासभा का आयोजन किया गया है। इस आयोजन का नाम हिन्दू शौर्य जागरण संकल्प महासभा रखा गया है। इसमें प्रदेशभर के अनेक साधू-संत, समाज के प्रमुख जन, संगठन के राष्ट्रिय कार्यकता कार्यक्रम में भाग लेंगे। छत्तीसगढ़ के हिन्दू धर्म को मानने वाले विभिन्न जाति के घटक से निवेदन है कि वे अपने साधनों भगवा पताका लगाकर कार्यक्रम में पहुंचे।
बाहरी मतलब जो रोहिंग्या हैं, बंगलादेशी हैं, कुछ पाकिस्तानी जैसे लोग हैं। ऐसे लोगों की पहचान करने की आवश्यकता है। उसे जरा प्रमाणित किया जाए। सूचना के आधार पर कवर्धा जिले में ऐसे लगभग 9000 लोगों को, जिनको मतदाता परिचय पत्र में जोड़ा गया है। इनका राशन कार्ड बना हुआ है। ऐसे लोगों की पहचान करके छत्तीसगढ़ से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए। इस सम्बन्ध में अगर हमें अनुमति नहीं मिला तो हम शासन के सामान्य प्रक्रिया के आधार पर यह रोल मिलेगा। न्याय मिएगा यही मानकर हम लोग चल रहें हैं।
न्यायालय के निर्णय का हम सम्मान करते हैं। लेकिन, अपना भी एक अधिकार है। मांग करने का हमको भी अधिकार है। मांग तो कर सकते हैं। बांकी निर्णय शासन-प्रशासन को करना है। हमने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी से अपनी बात रखी है।“