पंडरिया: विद्यालय में स्वास्थ्य, विज्ञान, पर्यावरण व सम्मान का अद्वितीय संगम

पंडरिया: विद्यालय में स्वास्थ्य, विज्ञान, पर्यावरण व सम्मान का अद्वितीय संगम

पंडरिया शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला केशलीगोड़ान, पंडरिया
टीकम निर्मलकर AP न्यूज़ पंडरिया : गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर नई उम्मीद ब्राइट फ्यूचर एजुकेशन एसोसिएशन स्किल डेवलपमेंट एवं शिक्षक संघ पंडरिया के संयुक्त तत्वावधान में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला केशलीगोड़ान में एक विशेष स्वास्थ्य, विज्ञान व पर्यावरण जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर संस्था के प्रोपराइटर डॉ. तुलाराम साहू एवं श्रीमती भगवती साहू विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यालय के प्रधान पाठक श्री विजय चंदेल, शिक्षक श्री शेख लतीफ एवं श्री रामायण प्रसाद ओगरे को पेन एवं शील्ड भेंट कर गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विशेष सम्मान प्रदान किया।

ब्लड ग्रुप परीक्षण एवं विज्ञान प्रदर्शन
कार्यक्रम की विशेष उपलब्धि रही—विद्यालय के सभी विद्यार्थियों का ब्लड ग्रुप परीक्षण, जो माइक्रोस्कोपिक प्रक्रिया द्वारा प्रत्यक्ष प्रदर्शन के माध्यम से किया गया। डॉ. तुलाराम साहू ने बच्चों को माइक्रोस्कोप की कार्यप्रणाली, स्वास्थ्य विज्ञान में उसकी भूमिका तथा ब्लड ग्रुप की वैज्ञानिक जानकारी अत्यंत सरल एवं रोचक शैली में दी।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
इस दौरान स्वास्थ्य व स्वच्छता विषयक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विजेता विद्यार्थी इस प्रकार रहे:
प्रथम स्थान – हेमराज पटेल
द्वितीय स्थान – तामेश्वर पटेल
तृतीय स्थान – रुद्र प्रताप ध्रुवे
विजयी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं उपहार प्रदान किए गए, जबकि अन्य सहभागी विद्यार्थियों को प्रोत्साहन स्वरूप कॉपी और पेन भेंट कर सम्मानित किया गया।
स्वास्थ्य संवाद सत्र
तान्या बैरागी एवं दुर्गेश्वरी चंद्राकर ने बच्चों को स्वच्छता, संतुलित आहार, रोग प्रतिरोधक क्षमता तथा प्राथमिक चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर संवाद के माध्यम से जागरूक किया।
पर्यावरण जागरूकता : मां के नाम एक पेड़
कार्यक्रम के अंत में गुरु पूर्णिमा को और अधिक सार्थक बनाने हेतु विद्यालय परिसर में विद्यार्थियों द्वारा अपनी मां के नाम पर एक पेड़ का रोपण किया गया। इसमें नीम, जामुन, आंवला, आम एवं कदम के पौधों का वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया।
प्रधान पाठक श्री विजय चंदेल ने अपने उद्बोधन में कहा—
“गुरु पूर्णिमा का यह आयोजन केवल श्रद्धा का प्रतीक नहीं, बल्कि ज्ञान, सेवा, विज्ञान और प्रकृति के प्रति जागरूकता का जीवंत उदाहरण भी है। हम संस्था के समस्त सदस्यों का आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने इस दिन को बच्चों के लिए अविस्मरणीय बना दिया।”
कार्यक्रम का समापन सभी शिक्षकों और बच्चों के भीतर नई प्रेरणा, ऊर्जा और जागरूकता के साथ हुआ, जो यह सिद्ध करता है कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं, जीवन निर्माण की दिशा में एक सशक्त साधन है।
