पंडरिया ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत अमलीमालगी को भ्रष्टाचार का गढ़ क्यों कह रहे है लोग पढ़ें पूरी खबर

पंडरिया ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत अमलीमालगी को भ्रष्टाचार का गढ़ क्यों कह रहे है लोग पढ़ें पूरी खबर

पंडरिया : जानकारी के मुताबिक अमलीमालगी पंचायत हैं जहाँ सचिव एवनाथ चन्द्रवंशी के द्वारा पंचायत में गांव के लोगों को कुछ भी जानकारी मांगने पर यह कहा जाता है कि आप पंच चुने हो तो अपने पंच से जाकर बात करो आपको पंचायत आने की कोई जरूरत नही हैं बोला जाता हैं तो गांव के एक युवक ने अपने अधिकार के तहत RTI लगाई जिसमे यह कहकर जानकारी नही दी गई की आप BPL प्रमाण पत्र से सूचना मांगे हो तो उसका नियम यह हैं की आप पंचायत आकर दस्तावेज का अवलोकन कर सकते है। तब मामला राज्यसूचना आयोग तक चली गई और राज्यसूचना आयोग ने जानकारी देने का आदेश दिया जिसका जवाब में जानकारी दिया हु करके अलग – अलग विभाग के दस्तावेजों को कट करके दिया गया हैं जिससे यह स्पष्ट होता हैं कि शासन के 14वें वित्त की राशि का दुरुपयोग किया गया हैं। जिसकी शिकायत कवर्धा कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा से की गई और स्पष्ट जांच कर कार्यवाही की मांग की गई हैं।
और वही दूसरा मामला रोज़गार सहायक द्वारा रोज़गार गारांटी योजना के अन्तर्गत हुए कामो में रोजगार सहायक एवं गांव के उपसरपंच पति व पंचो के मिली भगत से जो व्यक्ति काम नही किया है उनके नाम से भी हाज़िरी भरकर राशि निकली गई हैं और मेट के नाम पर 18 – 25 वर्ष के उम्र वालो के नाम मे भी हाजरी डाला गया हैं जिस की राशि भी उनके खाता में आ गया हैं और वही ग्रामीणों ने बताया कि गांव के महामाया तालाब में गोदी खोदाई का काम 2 सप्ताह चला हैं जबकि उसी में उपसरपंच व उपसरपंच के पति के नाम पर 3 सप्ताह का और गांव के ही पूर्व सरपंच के नाम पर 4 सप्ताह का हाजरी भरा गया हैं जिस पर रोजगार सहायक से बात करने पर गोलमोल जवाब देने लगे और इस मामले में सरपंच रामकुमार नेताम से बात की गई तो 3 व 4 चार सप्ताह की काम चलने की बात कह रहा है ।उन्हें पता ही नही और मास्टर रोल में हस्ताक्षर की बात पूछा गया तो उसने बताया कि मैं 2 सप्ताह पर ही हस्ताक्षर किया हु बाकी रोजगार सहायक जाने बोला दिया गया
इससे यह साफ होता हैं की शासन की योजनाओं का गलत इस्तोमाल कर जनता के लिए आये काम की राशि को मिली भगत कर रोज़गार सहायक और उपसरपंच व पंचो के द्वारा जनता व सरकार के साथ विश्वास घात कर रहे है।