कबीरधाम में कहर बरपाती बारिश: बाढ़ में बहने से दो दिनों में दो की मौत, रेत खनन माफिया बेखौफ

कबीरधाम में कहर बरपाती बारिश: बाढ़ में बहने से दो दिनों में दो की मौत, रेत खनन माफिया बेखौफ

टीकम निर्मलकर AP न्यूज़ कवर्धा : छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में इन दिनों झमाझम बारिश हो रही है। नदी-नाले उफान पर हैं। कई जिलों में बढ़ की स्थिति बनी हुई है। इस बीच कबीरधाम जिले में बीते तीन दिन से जंगल और पहाड़ी क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है। इस बारिश के कारण जंगल से निकलने वाली नदी-नालों में बाढ़ की स्थिति है। इसी बाढ़ के पानी में बहने से बीते दो दिन में दो लोगों की मौत हो गई। इस बीच रेत माफिया बेखौफ नजर आ रहे हैं। बाढ़ जैसी स्थिति में भी रेत निकाल रहे हैं.
पहली घटना पंडरिया ब्लॉक के कुकदूर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत अमनिया के आश्रित गांव डेंगुरजाम की है। यहां खेत से लौट रही महिला सोनिया बाई अपने तीन मासूम बच्चों को लेकर नाल पार कर रही थी। कंधे पर एक बेटा, साथ में बेटी रजनी और छोटा बेटा राजेश था। नाले में अचानक पानी का तेज बहाव आते ही चार साल का मासूम राजेश का हाथ मां से छूट गया और वह बह गया। सूचना पर कुकदूर पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची। नाले में लापता बच्चे को ढूंढने रेस्क्यू शुरू किया। एक किलोमीटर दूर नाला किनारे झाड़ियों में मासूम राजेश की लाश मिली।
इसी प्रकार दूसरा मामला बोड़ला थाना क्षेत्र का है, जहां चोरभट्ठी नदी में पानी के तेज बहाव में नहाने के दौरान एक महिला बह गई। इसकी लाश दो किलोमीटर दूर मिली है। पुलिस ने दोनों शव को पीएम के लिए भेज दिया है। दूसरी ओर लगातार नदी में बाढ़ आने के बाद भी लोग लापरवाही बरत रहे है। कुकदूर तहसील क्षेत्र के भाकुर में बाढ़ आने के बाद भी लोग यहां से रेत निकाल रहे हैं। ऐसे में हादसा का खतरा बना हुआ है।
जानें जिले में बारिश की स्थिति
कबीरधाम जिले में इस मानसून एक जून से आज 11 सितंबर तक औसतन 695.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं, तहसीलवार देखें तो सबसे ज्यादा बारिश कुकदूर तहसील क्षेत्र में 1086.6 मिमी, पिपरिया क्षेत्र में 902.8 मिमी, रेंगाखारकला क्षेत्र में 872.5 मिमी, बोड़ला क्षेत्र में 717 मिमी, कवर्धा क्षेत्र में 645.1 मिमी, पंडरिया क्षेत्र में 452.1 मिमी, कुंडा क्षेत्र में 450.6 मिमी व सबसे कम सहसपुर लोहारा तहसील क्षेत्र में 438.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है।