108 गांव के आदिवासीयों ने मिलकर मनाया विश्व आदिवासी दिवस

108 गांव के आदिवासीयों ने मिलकर मनाया विश्व आदिवासी दिवस

कवर्धा /बोड़ला :- बोड़ला विकासखंड के ग्राम बैजलपुर में राजगोंड समाज सेवा समिति भोरमदेव और सर्वआदिवासी समाज सेवा समिति कबीरधाम के संयुक्त तत्वावधान में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन कर हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें बैजलपुर से कंकालीन(पचराही ) तक विशाल रैली निकाल कर मां कंकालीन देवालय परिसर के खाली जगह को समाज प्रमुखो और सगाजनो की उपस्थिति में ध्वज लगाकर लगभग 1 एकड़ भूमि को समाज हेतू अधिग्रहण किया गया। कार्यक्रम में आदिवासियों की मौलिक अधिकारों (जल जंगल जमीन) के संवर्धन और सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक तथा न्यायिक सुरक्षा पर विशेष फोकश किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डां.आशुतोष मंडावी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी आदिवासीयों को 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस की महत्ता और उपयोगिता को जानना होगा,तथा हमे समाज में जागरूकता लाकर रचनात्मक कार्यों जैसे संवैधानिक हक अधिकारों शिक्षा ,स्वास्थय , स्वरोजगार और आर्थिक विकास की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है,जिसमें समाज के सभी वर्गों के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो। कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे विदेशी राम धुर्वे ने अपने संबोधन में कहा कि हमें पर्यावरण और समाज की संस्कृति परम्पराओ को संजोकर रखना होगा।तथा चारों तरफ हो रहे धर्मांतरण के चंगुल से हमें समाज को बचाना होगा। तथा उन्होंने सामाजिक चेतना हेतू बाते कही।
कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति से संबंधित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमो की भी प्रस्तूती किया गया। कार्यक्रम का संचालन पूरूषोत्तम तिलगाम ने किया एवं आभार प्रदर्शन लखन सिंह धूर्वे (प्रधान अध्यक्ष) ने किया। कार्यक्रम मे विशेष रूप से मुखी राम मरकाम (जिला पंचायत सदस्य), दुखीराम धुर्वे,प्रितम मेरावी,श्री सुंदर सिंह मेरावी,राजेश मेरावी , फगनूराम धुर्वे, उत्तमसिंह मस्कोले,सालिकराम मेरावी, रामदयाल पोर्ते, शयामसिंह मरकाम,दूखीराम मरकाम,हुकुम सिंह धुर्वे, चैनसिंह मेरावी, मोहित राम मेरावी , रूपराम मरकाम,विजय मरकाम , काशी राम उइके, जोधनसिंह खूसरो ,चैनसिंह खुसरो, रामजी मेरावी, शेरसिंह पंद्राम, कन्हैया मेरावी, रूप सिंह धुर्वे, तुकेशवर मरकाम,तुलसकुमार पंद्राम, लालाराम धूर्वे, धनी राम श्याम, धनीराम मेरावी,राकेश राज धुर्वे, कमल सिंद्राम ,मानसिंह मरावी, जलेश मेरावी, कमल सिंद्राम,सोमनाथ धूर्वे,तिलक राजधुर्वे, राजेंद्र पूषाम, मूकेश मरकाम,भिखम शयाम, मानसिंह मरावी , जयसिंह पंद्राम , लुकऊ मेरावी ,आत्मा मेरावी, विष्णू मेरावी, सूमेरी मेरावी, तथा क्षेत्र के समस्त जनप्रतिनिधी एवं समाज के लोग अधिक संख्या में उपस्थित थे।