बोड़ला के युवाओं ने छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद मिनीमाता की 49 वीं पुण्यतिथि मनाई

बोड़ला के युवाओं ने छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद मिनीमाता की 49 वीं पुण्यतिथि मनाई

बोड़ला : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रथम महिला सांसद, समाज सुधारक मिनीमाता को उनकी 49 वीं पुण्यतिथि पर बोड़ला के युवाओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें सादर नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से लक्ष्मण सत्यवंशी,रुपेश भठ, लखन लाल बंजारे, कमल बंजारे, भारत सोनकर ,सत्रुहन टोंडर , राजकुमार बंजारे, तारा चाँद बंजारे, लेखराम चतुर्वेदी,ललित सोनकर, राजकुमार नवले ,रज्जु बंजारे ,जानना दिनेश,विक्की मिरि सहित बोड़ला के युवा साथी उपस्थित रहें।

ममता मयी मिनी माता
युवा नेता लक्षमण सत्यवंशी ने बताया कि मिनीमाता का जन्म में असम के नुवागांव जिले के ग्राम जमुनामुख में हुआ था। इनका मूल नाम मीनाक्षी एवं माता का नाम मतीबाई था। इनका विवाह छत्तीसगढ़ के एक सतनामी समाज के गुरु अगमदास जी से हुआ। विवाहोपरांत पति के साथ राष्ट्रीय आंदोलन, दलितोत्थान एवं समाज सुधार गतिविधियों में भागीदारी की।
वर्ष 1952 पति की मृत्यु के बाद रिक्त संसदीय क्षेत्र सारंगढ़ के उपचुनाव में विजयी होकर छत्तीसगढ़ क्षेत्र की प्रथम महिला सांसद बनी। वर्ष 1952 से 1972 तक लोकसभा में सारंगढ़, जांजगीर तथा महासमुंद क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। छत्तीसगढ़ साँस्कृतिक मंडल की मिनी माता अध्यक्षा रहीं। छत्तीसगढ़ कल्याण मज़दूर संगठन जो भिलाई में है, उसकी संस्थापक अध्यक्षा रहीं।
11 अगस्त 1972 को भोपाल से दिल्ली जाते हुए पालम हवाई अड्डे के पास विमान दुर्घटना में मिनीमाता (Mini Mata) की मृत्यु हो गयी। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उनकी पुण्यतिथि ’मिनीमाता स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। वहीँ शासन ने उनकी स्मृति में महिला उत्थान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए मिनी माता सम्मान का आयोजन वर्ष 2001 से अनवरत कर रही है।