पंडरिया : अन्नदाताओं की हुए जीत.. तीनों कृषि विरोधी बिल हुई नाकाम ,मोदी सरकार को झुकना पड़ा – गौतम शर्मा

पंडरिया : अन्नदाताओं की हुए जीत तीनों …कृषि विरोधी बिल हुई नाकाम, मोदी सरकार को झुकना पड़ा – गौतम शर्मा

कवर्धा – मोदी सरकार द्वारा तीनो कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले के बाद जिला कांग्रेस प्रवक्ता गौतम शर्मा ने कहा कि सबसे पहली बात यह कि कानून सरकार ने वापस नहीं लिया है, बल्कि किसानों ने उसे ऐसा करने पर बाध्य किया है। आज़ाद भारत के सबसे शानदार, संगठित और अहिंसक लड़ाई में किसानों को जीत मिली है, इससे यह समझ में आता है कि अगर आप नैतिक रूप से सहीं हों तो जीत आखिरकार आपकी ही होगी। सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं । विगत वर्षों में पूरे देश भर में जो केंद्र सरकार आंदोलनरत किसानों को देशद्रोही, आढ़तिये, मुट्ठीभर और खालिस्तानी जैसे तरह-तरह के विशेषणों से नवाजे जाने के बाद इन काले कानूनों को वापस लेने का फैसला सरकार की असफलता दर्शाती है । कृषि कानूनों को लेकर सरकार का रवैया हद से ज्यादा अड़ियल और तानाशाही भरा रहा था। राज्यसभा तक में इसे नियमों को ताक पर रखकर पास करवाया गया था, इसे केंद्र सरकार की तानाशाह रवैया के प्रति किसानो की जीत बताया है। अनंत ने कहा विगत एक वर्षों से केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन काले कृषि क़ानूनों के विरोध में देश के 650 किसानों ने अपनी जान की आहुति दी है। गौतम शर्मा ने देश भर में आंदोलनरत शहीद किसानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित कर कहा की यह कृषि विरोधी काले कानून किसानों की ही नहीं, अन्याय के खिलाफ लोकतंत्र की भी जीत है।