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विदाई समारोह में शिक्षक और जनप्रतिनिधि हुए भाऊक,दोनो शिक्षको के सेवाकाल को सराहा।

AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी

विदाई समारोह में शिक्षक और जनप्रतिनिधि हुए भाऊक,दोनो शिक्षको के सेवाकाल को सराहा।

व्याख्याता चंद्रमणि चौबे 40 साल 06 माह,एवं रमादत्त दुबे 43 साल तक शिक्षकीय सेवा दी है।

दोनो के पढ़ाए हुए बच्चे आज विभिन्न विभागों में उच्च पद पर कार्यरत है।

गंडई पंडरिया…..श्री लाल मूरत सिंह खुसरो शासकीय पी एम श्री विद्यालय गंडई में दो व्याख्याताओं का विदाई समारोह 29 अप्रैल मंगलवार को आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई । समारोह का आयोजन विद्यालय के सभागार में हुआ। मंच पर नगर पंचायत अध्यक्ष लाल टारकेश्वर शाह ख़ुशरो, संजय सिंह राजपूत,पार्षद राकेश निषाद, श्यामपाल ताम्रकार,मंडल अध्यक्ष राकेश ठाकुर,रवि भावनानी,बाकेलाल वर्मा, सेवानिवृत्त व्याख्याता चंद्रमणि चौबे, रमादत्त दुबे, बांकेलाल वर्मा, व्याख्याता जीवन देवांगन,वैधनाथ नागेंद्र,एम एस ठाकुर,दीलीप कुमार शर्मा उपस्थिति रहे।

सेवानिवृत हुए व्याख्याताओं का तिलक स्वागत शाल, स्मृति चिन्ह एवं उपहार भेंट शिक्षको के द्वारा किया गया । मिली जानकारी के अनुसार चंद्रमणि चौबे 31 अगस्त 2024 को पूरे 62 वर्ष की आयु होने पर रिटायर्ड हुए एवं रमा दत्त दुबे 31 दिसम्बर 2024 को 62 वर्ष पूर्ण होने पर सेवानिवृत हुए थे । शिक्षा सत्र पूरा करने हेतु प्रतिनियुक्ति पर अप्रैल 2025 तक विद्यालय में अपनी सेवा प्रदान किए। रमा दत्त दुबे संस्कृत विषय एवं चंद्रमणि चौबे वाणिज्य विषय के महान व्याख्याता रहे।
व्याख्याता रमा दत्त दुबे ने विद्यालय में रहते हुए संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार संस्कृत दिवस आदि का आयोजन करते रहे। वे ग्रीष्मकालीन सत्र में बच्चों को चित्रकला सिखाते थे। इसी प्रकार वाणिज्य विषय के व्याख्याता चंद्रमणि चौबे पूर्व में प्रभारी प्राचार्य के रूप में शासकीय हायर सेकेंड्री कन्या विद्यालय गंडई में पदस्थ भी रहे थे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे नगर पंचायत अध्यक्ष लाल टारकेश्वर शाह ख़ुशरो ने कहा कि आज का विदाई समारोह में दोनो शिक्षको का शिक्षकीय स्वर्णकाल मां गंगई की गंडई पावनधरा में व्यतीत हुआ है। आपके पढ़ाए छात्र जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है। आज मै अपने भांजे के सगाई का कार्यक्रम छोड़कर इस कार्यक्रम में आया हूं। आज मै पहली बार विद्यालय में लोकसेवक के रूप में आया हूं। बच्चों को जीवन की दिशा गुरु से मिलती है। शिक्षक ज्ञान के देवता के रूप में है। आप दोनों शिक्षक ने 43 वर्ष का स्वर्णिम समय ज्ञान दान के लिए दिया है। माता-पिता और शिक्षक दोनों देवता है दोनों देने वाला होता है दोनों का स्वरूप अलग-अलग है।इस विद्यालय से जब मुझे निमंत्रण मिलता है तो मैं निश्चित ही पहुंचता हूं क्योंकि इस जगह में मेरे पूर्वजों की आत्मा बसे हुए हैं,इस जगह से मुझे बहुत लगाव है।

सेवानिवृत व्याख्याता रमा दत्त दुबे ने कहा कि सम्मानपूर्वक विदाई के लिए आप सभी शिक्षकगण का बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं। सेवानिवृत वाणिज्य विषय के व्याख्याता चंद्रमणि चौबे ने कहा कि शिक्षकीय कार्य में जीवनभर बहुत ही सम्मान प्राप्त हुआ है, आज बहुत ही भावुक पल है। आप सबकी स्मृति जीवनभर मेरे साथ रहेगी । आप सभी अतिथियों एवं शिक्षकगण का आभार व्यक्त करता हूं।

भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा आज का दिन खुशी और गम दोनों का है। आप दोनों शिक्षक के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं। आपके पढ़ाए छात्र आज कई विभागों में उच्च पदों पर हैं। इसमें आपके शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है। संस्था के प्राचार्य पवन कुमार ददरया ने कहा कि दोनो शिक्षक इस विद्यालय के आधार स्तंभ है,जिसका आज यह विदाई का समारोह है। आप दोनों शिक्षकों ने 40 साल छात्र छात्राओं को ज्ञान दान में बिताया है। आप दोनों का मार्गदर्शन विगत 3 सालों से मुझे मिल रहा है। कार्यक्रम को विद्यालय समिति के अध्यक्ष संजय राजपूत, श्यामपाल ताम्रकार,व्याख्याता नागेन्द्र सर, शर्मा सर, जीवन देवांगन , ओमप्रकाश निषाद आदि ने भी संबोधित किया, कार्यक्रम के अंत में सहायक शिक्षक ओमप्रकाश निषाद लैब टेक्नीशियन द्वारा इस कार्यक्रम पर बहुत सुंदरगीत प्रस्तुत किया जिसमें उपस्थित लोगो का मन मोह लिया, कार्यक्रम का सफल संचालन व्याख्याता स्मिता दास मनीज दास मिर्चें ने सामूहिक रूप से किया।

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