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रामाश्रम सत्संग उपकेंद्र भिलाई भंडारा का दुसरा मिंटिग जारी।

AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार स्टेट रिपोर्टर छत्तीसगढ़

पत्रकार चन्द्रभूषण यदु की रिपोर्टिंग

भिलाई – रामाश्रम सत्संग मथुरा उपकेंद्र भिलाई में त्रिदिवसीय आंतरिक सत्संग का आयोजन का दुसरा मिंटिग जारी है।यह आध्यात्मिक सत्संग समारोह भिलाई छत्तीसगढ़ सेक्टर 6 अग्रसेन भवन में आयोजित हुई है।
रामाश्रम सत्संग के वरिष्ठ मुख्य आचार्य छत्तीसगढ़ के  कुंज बिहारी सिंह के सानिध्य में संचालित हो रही है। जिसमें अखिल भारतीय आध्यात्मिक आंतरिक सत्संग के गुरु जन मथुरा टुंडला एवं भारत के सभी प्रदेशों के आचार्य मंच पर आसीन हैं।
सभी संतो महापुरुषों रामाश्रम सत्संग के संस्थापक परम संत डां चतुर्भुज सहाय जी द्वारा साधना की बतायी हुई विधि को जन जन तक पहुंचाने जीवन में सुख दुख में आने वाली सभी जीवन शैली को प्रेक्टिकल एवं थ्योरी के रुप में हजारों लोगों को एक साथ बैठाकर साधना करायी जा रही है।
छत्तीसगढ़ एवं भारत देश के कोने-कोने से आकर साधक जन आध्यात्मिक आंतरिक सत्संग का लाभ उठा रहे हैं। प्रार्थना भजन प्रवचन शिविर शाम 7:30 बजे से 9:30 बजे तक हो रही है।
रामाश्रम सत्संग का मुख्य उद्देश्य जीवन में शांति कैसे प्राप्त हो मन चित पर अधिकार कैसे हो आसन प्राणायाम प्रत्याहार धारणा ध्यान और समाधि कैसे प्राप्त करें। ज्ञान अनंत है पुर्ण आत्म ज्ञानी की तलाश कैसे करें साधकों को इसकी जानकारी बतायी जा रही है।
जीवन को सुखमय बनाने में रामाश्रम सत्संग मथुरा एवं भारत देश बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश,उड़ीसा उत्तर प्रदेश, बड़े बड़े स्थानों से आये संत जन गुरु की महिमा की बखान कर रहे हैं। हजारों साधकों को ज्ञान अर्जन करा कर सुख शांति समृद्धि की कला सीखा रहे हैं आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में सुबह शाम सिर्फ 20 मिनट सुबह 20 मिनट ध्यान की साधना नियमित रूप अभ्यास करने से जीवन में आमूल चूल परिवर्तन की गारंटी बताते हैं।
मनुष्य जीवन पाकर जो इसे श्रध्दा और विश्वास के साथ करतें आ रहें हैं।उनके जीवन में बदलाव हुआ है।इसे किसी भी धर्म संप्रदाय के लोग कर सकते हैं। ईश्वर एक शक्ति पावर है। ना उसका नाम है ना रूप है । जिसने जो नाम रख लिया वही ठीक है।

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