बेजुबाँ सेवा समिति के सदस्य बेजुबानो को दे रहे नवजीवन बेजुबाँ समिति ने रेस्क्यू कर निकाला कुए में गिरे तीन सांड, माँ से बिछड़े बन्दर के बच्चे को उनके दल में जाकर छोड़ा.।

बेजुबाँ सेवा समिति के सदस्य बेजुबानो को दे रहे नवजीवन
बेजुबाँ समिति ने रेस्क्यू कर निकाला कुए में गिरे तीन सांड, माँ से बिछड़े बन्दर के बच्चे को उनके दल में जाकर छोड़ा।

पंडरिया-बेजुबाँ सेवा समिति लगातार पिछले कुछ वर्षों से पंडरिया नगर व आसपास के क्षेत्रों में घायल जानवर जिनमे पशु पक्षियों का मौके पर पहुच कर इलाज करते है ज्यादा घायल को समिति के सेवा स्थल में ले जाकर उनका पूर्ण उपचार करते हुए उन्हें ठीक कर वही छोड़ देते है जहा से लाते है, पिछले रात को 3 सांड कुए में गिर गए थे जिसे बिना देर किए खुद कुए में उतर कर ट्रैक्टर के सहारे से बाहर निकाला,एक मादा बन्दर इनके सेवा स्थल में उपचार के दौरान प्राण अपने बच्चे इनल पास छोड़ कर त्याग दी,बच्चे को रोते देख समिति के सदस्यों ने उनके वामर दल के पास छोड़ कर आया,जिससे इनके कार्यो की प्रसंसा जिले के साथ साथ प्रदेशो में भी होने लगी है और सहयोग के लिए लोग आगे आ रहे है,अब तक हजारों गाय सैकड़ो बन्दर कुत्ते बिल्ली के साथ साथ पक्षियों को भी ठीक कर पुनः जीवन दिया है,यदि इस बीच किसी बेजुबानों की मृत्यु हो जाती है तो उनका पूर्ण विधि विधान से अंतिम क्रिया समिति द्वारा की जाती है।

समिति के प्रमुख सुमीत तिवारी के साथ समिति के डॉक्टर शुभेन्द्र राजपूत मृगेंद्र राजपूत के साथ सैकड़ो की संख्या में युवा साथी काम कर रहे है।
