युवा मित्र मंडल द्वारा सावन के तीसरे सोमवार को निकली गई भव्य दर्शन यात्रा

युवा मित्र मंडल द्वारा सावन के तीसरे सोमवार को निकली गई भव्य दर्शन यात्रा
युवा मित्र मंडल छत्तीसगढ़ के खंड स./ लोहारा जिला कबीरधाम के कार्यर्ताओं द्वारा बिडोरा चौक से भोरमदेव* तक मोटरसाइकिल रैली का आयोजन किया गया जिसे भोरमदेव दर्शन यात्रा नाम दिया गया। यात्रा का प्रतिनिधित्व कर रहे युवा मित्र मंडल प्रमुख ठा. सुधीर सिंह ने भोरमदेव के बारे में बताते हुए कहा मंदिर के चारो ओर मैकल पर्वतसमूह है जिनके मध्य हरी भरी घाटी में यह मंदिर है। मंदिर के सामने एक सुंदर तालाब भी है। इस मंदिर की बनावट खजुराहो तथा कोणार्क के मंदिर के समान है जिसके कारण लोग इस मंदिर को ‘छत्तीसगढ का खजुराहो’ भी कहते हैं। यह मंदिर एक एतिहासिक मंदिर है। इस मंदिर को 11वीं शताब्दी में नागवंशी राजा गोपाल देव ने बनवाया था। ऐसा कहा जाता है कि आदिवासी राजाओं के देवता भोरमदेव थे एवं वे भगवान शिव के उपासक थे। भोरमदेव , शिवजी का ही एक नाम है, जिसके कारण इस मंदिर का नाम भोरमदेव पडा। उन्होंने बताया कि आदिवासी दिवस के औसर पर आदिवासी राजा के द्वारा बनाये गए मंदिर का कार्यकर्ताओ को दर्शन करना मुख्य उद्देश्य बताया। अंत मे उन्हों ने सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया कर्यक्रम में मोहन वर्मा सुशील बाघिया खिलेश जंघेल जागेश्वर ध्रुव गमेश्वर प्रजापति प्रह्लाद मंडावी रवि निषाद योगेश वर्मा आदि सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया