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झारखंड की सरकार ने गौठान योजना को सत- प्रतिशत अपना लिया। अन्य राज्य के अधिकारी इसका अवलोकन करके जा चुके हैं

झारखंड की सरकार ने गौठान योजना को सत- प्रतिशत अपना लिया। अन्य राज्य के अधिकारी इसका अवलोकन करके जा चुके हैं

बोरतरा खुर्द में किया गौठान का निरीक्षण, भागवत कथा में भी हुए शामिल

पंडरिया – छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास महाराज पीठाधीश्वर दूधाधारी मठ रायपुर एवं शिवरीनारायण मठ ने 18 अप्रैल 2022 को जिला कबीरधाम के पंडरिया विकासखंड अंतर्गत स्थित ग्राम बोड़तरा खुर्द में गौठान का निरीक्षण किया। यहां ग्राम वासियों के द्वारा उनका आत्मीयता पूर्वक स्वागत किया गया। उन्होंने गौ माता की पूजा अर्चना के साथ ही गौठान का अवलोकन किया। स्व सहायता समूह की महिलाओं से वार्तालाप करते हुए उन्होंने पूछा कि आप लोगों के द्वारा इस गौठान में कौन-कौन से कार्य किया जा रहा है। समूह की महिलाओं ने बताया कि व्यापक मात्रा में जैविक- उर्वरक का निर्माण गोबर से किया गया है। अध्यक्ष गौ सेवा आयोग ने पूछा कि आप लोगों को उर्वरक के राशि का भुगतान हुआ है या नहीं।इस पर उन्होंने कहा कि आधे से अधिक राशि का भुगतान हो गया है तथा और भुगतान होने बाकी हैं। केचुआ के बिक्री के संदर्भ में उन्होंने बताया कि 120 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से केंचुए का बिक्री समूह के द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने गौठान में पानी की कमी की समस्या से अवगत कराया जिसे अध्यक्ष ने यथाशीघ्र पूर्ण करने का आश्वासन दिया। अपने आशीर्वचन संदेश में राजेश्री महन्त महाराज ने कहा कि मुझे इस कार्यक्रम में आकर बड़ी प्रसन्नता हुई जब यहां के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने हम सब को यह अवगत कराया कि क्षेत्र के कुछ गांव में लोगों ने गोबर को बेंच कर अपने परिवार के लिए सोने का हार खरीदा है यही नहीं कुछ लोगों के द्वारा गोबर के बिक्री करके मोटरसाइकिल भी खरीदा है। गोबर का उपयोग आय की प्राप्ति के लिए होगा ऐसा शायद आज पर्यंत किसी ने भी नहीं सोंचा था। यह भूपेश बघेल की सरकार की सफलता का द्योतक है कि उन्होंने इसे जन उपयोगी बना दिया। उनके द्वारा संचालित गौठान योजना से झारखंड की सरकार इतनी प्रभावित हुई कि उन्होंने इसे शत-प्रतिशत अपने राज्य में लागू कर दिया है। मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के अधिकारी यहां के गौठानों का अवलोकन करके जा चुके हैं, यही इस योजना की सफलता का प्रतीक है। हम सबको मिलकर यह प्रयत्न करना है कि विगत 15 वर्षों में जो दुर्दशा गौ माताओं की छत्तीसगढ़ राज्य में हुई थी वैसा अब कभी ना हो। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी पंडरिया पन्नालाल धुर्वे ने अपने संबोधन में बताया कि इस क्षेत्र के कुछ गांव के लोगों के द्वारा गोबर बेंचकर न केवल सोने का हार खरीदा गया बल्कि कुछ लोगों ने मोटरसाइकिल भी खरीदा है। इस अवसर पर विशेष रूप से सरपंच प्रतिनिधि विजय चंद्राकर, संजू तिवारी, छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग से सुषमा मिश्रा, आरती वर्मा, तहसीलदार (कुंडा), डॉक्टर कोसले तथा मीडिया प्रभारी निर्मलदास वैष्णव सहित अनेक गणमान्य जन एवं पुलिस प्रशासन के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। गौठान निरीक्षण के पश्चात राजेश्री महन्त महाराज ग्राम कंझेटा में यादव परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण में भी शामिल हुए।

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