पंडरिया विकासखंड में शिक्षा की स्थिति दयनीय अभाविप ने ज्ञापन सौंपकर आंदोलन की दी चेतावनी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला कबीरधाम इकाई पंडरिया पांडातराई कुई कुकदूर के कार्यकर्ताओं ने पंडरिया स्थित उच्च शिक्षा केन्द्र महाविद्यालयों की स्थिति पर खेद व्यक्त करते हुए ज्ञापन सौंपा है।और जल्द ही व्यवस्था में सुधार नहीं होता है तों उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
बंता दें की पंडरिया कुंडा कुई कुकदूर पांडातराई महाविद्यालय में 5000 हजार से अधिक संख्या में विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। जिसके भविष्य से लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है।
सन 1982 से संचालित इंदिरा गांधी शासकीय महाविद्यालय पंडरिया जहां भवन काफी जर्जर एवं आवश्यकता से बहुत कम है। इसके बाद भी भवन निर्माण के लिए प्रशासन ध्यान नहीं दें रही है। वहीं दुसरी ओर विकासखंड केंद्र जैसे बड़े महाविद्यालय में विद्यार्थी के मनपसंद बाटनी जूलाजी में स्नातकोत्तर की कक्षाएं संचालित न होना दुखद है।
अभाविप के प्रदेश सहमंत्री तुषार चन्द्रवंशी ने कहां की वर्ष 2018 से स्वीकृत शासकीय नवीन महाविद्यालय कुई कुकदूर जिसका भवन आज दिनांक तक नहीं बन पाया है। जिससे वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।बता दें की कुई कुकदूर महाविद्यालय भवन सुविधा न होने के कारण वनांचल जनजाति परिवार के बच्चों का भविष्य अंधकारमय होते जा रहा है। स्कूल भवन में दो पाली में कक्षाएं लगने से स्कूली विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आखिर प्रशासन स्वीकृत राशि से भवन क्यों नहीं बनवा रहा है
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजेश पनारिया का कहना है कि प्रशासनिक व्यवस्था वनांचल के विद्यार्थियों के भविष्य को अंधकारमय में ढकेलने का काम कर रही है।आज हम देखते हैं की एक कक्षा में पढ़ने के लिए 100 से अधिक विद्यार्थी प्रवेश तों लेते हैं लेकिन परीणाम के वक्त देखे तों मात्र 2-3 विद्यार्थी ही पास हों पाते हैं।इन सबका कारण सुविधाओं का अभाव ही है जब तक भवन नहीं बनेगा पढ़ाई की कल्पना मात्र है।
कुंडा में महाविद्यालय की स्थापना के 1 वर्ष बाद भी भवन की स्वीकृति नहीं
शासकीय नवीन महाविद्यालय कुंडा जोकि 2023 में अस्तित्व में आया। देखते-देखते एक वर्ष की पढ़ाई भी पूर्ण हों गई है। दुसरे वर्ष की पढाई के लिए प्रवेश भी प्रारभ हों चुकें हैं।बगैरहाल देखते हैं तों पता चलता है। शासकीय नवीन महाविद्यालय कुंडा के लिए न तों भवन है और न ही भवन निर्माण के लिए कोई राशि की स्वीकृति का प्रावधान ऐसे में जनप्रतिनिधि का ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला कबीरधाम के वर्षों संघर्ष के पश्चात कुंडा में महाविद्यालय की स्थापना से क्षेत्र वासियों में खुशियों का माहौल था।जोकि अव्यवस्था को देखते हुए निराशा में तब्दील होते जा रहा है।
न ही प्राचार्य न ही नियमित प्राध्यापक फिर कैसे चलेगा शासकीय महाविद्यालय कुंडा
गौरतलब की बात है जनप्रतिनिधियों द्वारा बड़े बड़े होर्डिंग्स के माध्यम से अपना नाम चमकाने के लिए घोषणाएं कर देते हैं वैसे ही हमारे कुंडा महाविद्यालय में हुआं हैं। बगैर प्रशासकीय पद की स्वीकृति के महाविद्यालय की स्थापना किया गया। जिससे प्रवेशित विद्यार्थियों का जीवन अधर में लटका हुआ है।
पांडातराई महाविद्यालय पहुंच विहिन और न हीं बाउंड्री वॉल की सुविधा
अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय महाविद्यालय पांडातराई सड़क के अभाव में वर्षों से जुझ रहा है। अभाविप के लंबे संघर्ष पश्चात बने रोड को भी नेशनल हाईवे निर्माण के समय तहस नहस कर दिया गया है। हल्की बारिश में महाविद्यालय आवागमन बाधित हो जाता है।जोकि आजादी के 75 वर्ष बाद की स्थिति बेहद दयनियता को दर्शाता है।
उक्त प्रदर्शनात्मक ज्ञापन सौंपने प्रमुख रूप से प्रदेश सहमंत्री तुषार चन्द्रवंशी प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तुलसी यादव गजाधर वर्मा मनीष यादव नगर सहमंत्री खेमलाल लक्ष्मण यादव बिरेंद्र बघेल बिट्टू बंजारे रोशनी जायसवाल सोनू साहू राजेश चन्द्रवंशी मानस मिश्रा एवं अन्य प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहें।