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कलेक्टर ने दुर्गम रास्तों से चलकर घने जंगलों के बीच स्थित ऐतिहासिक मंडीप खोल गुफा का लिया जायजा

अक्षय तृतीया के बाद पहले सोमवार को पर्यटकों के लिए गुफा खोलने से पहले व्यवस्था सुनिश्चित करने के दिए निर्देश

गुफा खुलने से पहले सफाई, सुरक्षा एवं अन्य सुविधाओं के लिए अधिकारियों को दिए निर्देश

जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं है, जिसे विकसित करने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत— कलेक्टर  चन्द्रकांत वर्मा

खैरागढ़, 11 मई 2024//

कलेक्टर चन्द्रकांत वर्मा ने जिले के छुईखदान विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ठाकुरटोला के सघन जगलों के बीच स्थित ऐतिहासिक मंडीप खोल गुफा का निरीक्षण किया। उन्होंने मंडीप खोल गुफा का निरीक्षण करते हुए पूजा—अर्चना के लिए गुफा खोलने से पहले सुरक्षा का खास ख्याल रखते हुए साफ—फाई एवं अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा गुफा के आस—पास स्थित अन्य स्थलों का भी निरीक्षण किया। यह गुफा हर साल अक्षय तृतीया के बाद पहले सोमवार को पर्यटकों के लिए खुलता है, जहां सैकड़ों की संख्या में लोगों गुफा में पूजा—अर्चना के लिए पहुंचते हैं। कलेक्टर श्री वर्मा ने निरीक्षण के दौरान दर्शनार्थियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जनपद पंचायत छुईखदान के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जेएस राजपूत को मार्ग की सफाई के साथ अन्य अव्यवस्था करने के निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर बविंदर सिंह को रोड निर्माण की वजह से उड़ रहे धूल को कम करने के लिए पानी के छिड़काव करने के निर्देश दिए। इसके अलावा सुरक्षा हेतु पुलिस विभाग के अधिकारीयों को निर्देशित करते हुए कहा कि भीड़ अधिक होगी। जिसे नियंत्रित करना पुलिस प्रशसन की जिम्मेदारी होगी। साथ ही वन विभाग के अधिकरियों को बांस तथा बल्लियों के बैरिकेटिंग तैयार करने के निर्देश दिए। जिसमें गुफा के अंदर श्रध्दालु क्रम अनुसार प्रवेश कर सके।

कलेक्टर श्री चन्द्रकांत वर्मा ने कहा कि जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। जिसके विकास के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि खैरागढ़—छुईखदान—गंडई जिले में ऐतिहासिक पुरातन धरोहर स्थित है, यहां प्रचानी मंदिरों के अलावा प्राकृतिक सौंदर्य भी भरपूर है। जिन्हें सबके प्रयास से विकसित कर जिले का पर्यटन हब के रूप में विश्व पटल पर लाएंगे। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व छुईखदान सुश्री रेणुका रात्रे, अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग  बविंदर सिंह कंडा, कार्यपालन अभियंता विधुत छगन शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत छुईखदान  जेएस राजपूत, नायाब तहसीलदार साल्हेवारा अमरदीप अंचल एवं अन्य अधिकारी कर्मचारिगण उपस्थित थे।

गौरतलब है कि जिले के छुईखदान विकासखण्ड के ग्राम ठाकुरटोला के समीप सघन घने जंगलों के बीच मंडीप खोल स्थित है। गुफा प्रति वर्ष अक्षय तृतीया के बाद प्र​थम सोमवार को पर्यटकों के लिए खोला जाता है। जिसमें छत्तीसगढ़ के सा​थ—साथ अन्य राज्यों के पर्यटक भी भारी संख्या में मंडीप खोल गुफा को देखने पहुंचते हैं। ठाकुरटोला के जमींदार परिवार द्वारा ही मंडीप खोल गुफा की प्रथम पूजा-अर्चना की जाती है। यह एक ऐतिहासिक गुफा है, जो कि रियासतकालीन परंपराओं के तहत आज भी पूजते आ रहा है। जिसके आसपास अनेक दर्शनीय स्थल है, जो पर्यटन के रूप में अधिक प्रचलित है। ठाकुरटोला के ग्रामीणों ने बताया कि यहां आने वाले पर्यटक सर्वप्रथम सेतगंगा के नाम से प्रचलित कुंड पर स्नान के पश्यात मंडीप खोल गुफा के अंदर शिवलिंग की पूजा—अर्चना करते है। सेतगंगा कुड की ऐसी मन्याता है कि यह का पानी गंगा जल की तहर शुध्द है, जो कभी खराब नहीं होता और ना ही इस जल में कीडे लगते है। ठाकुरटोला के सरपंच ने बताया कि यही सेतगंगा कुंड के अंदर चमगादड़ गुफा के नाम से विख्यात गुफा है। जिसमें हजारों की संख्या में चमगादड़ रहते है। जहां दिन में भी काफी अंधेरा होता है, यहां के पत्थरों पर टर्च की रौशनी तारों की तरह प्रतीत होता है। पिछले वर्ष यहां पांच दिवसीय यज्ञ का आयोजन किया गया था, जिसमें हजारों श्रध्दालु शामिल हुए थे। जिनके रूकने और खाने—पीने की व्यवस्था ग्रामीणजन आपस में सहयोग करके व्यवस्था करते है। पंडित राधामोहन ने बताया कि यह विश्व का छठवां तथा भारत का दूसरा गुफा है। गुफा के अंतिम हिस्सा आज तक अबूझ कहा जाता है। साथ ही यह भी बताया कि गुफा के अधिक गहराई में जाने पर तालाब जैसे कुड होना बताया गया हैै।

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