सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम कोसमंदा में मनाया गया शिक्षक सम्मान समारोह

सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम कोसमंदा में मनाया गया शिक्षक सम्मान समारोह शासकीय प्राथमिक शाला सूरजपुरा में पदस्थ शिक्षक श्री गुनाराम चंदेल जी 14 वर्षों से कोसमंदा में किराए के मकान में रहकर अपनी सेवा दे रहे हैं जैसी ही कोसमंदा वासियों को पता चला कि नवोदय में 37 बच्चों का चयन आदरणीय गुना राम जी के अथक प्रयासों से हुआ है इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देने के लिए दूर-दूर से शिक्षक व पालकगण पहुंच रहे थे जिसे देखकर ग्राम वासियों ने भी स्वागत अभिनंदन पूरी ग्राम वासियों द्वारा एकजुटता के साथ करने का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम के लिए बहुत सारे शिक्षकों को आमंत्रण भिजवाया गया था लेकिन जैसे ही कार्यक्रम प्रारंभ होता अचानक इन्द्र देव प्रसन्न हो गये मौसम खराब होने एवं बारिश के कारण शिक्षक बंधु ज्यादा संख्या में नहीं पहुंच पाए कार्यक्रम में उपस्थित रहे शिक्षक श्री योगेंद्र वर्मा ने लोलेसरा बेमेतरा श्री त्रिभुवन साहू रक्से लोहारा श्री कीर्तन शुक्ला गौरमाटी लोहारा विशेषर नेताम कोरराय बेमेतरा सुखीराम रजक छोटू पारा लोहारा श्री मनोज मरकाम तिलाईभाट लोहारा बारिश रुकने के बाद करीब 3 बजे कार्यक्रम 5:30 में प्रारंभ हुआ समस्त ग्राम वासियों की ओर से श्री गुनाराम चंदेल जी का आत्मीय स्वागत पुष्प माला साल एवं श्रीफल भेंट कर किया गया । सहयोगी शिक्षक डोगेंद्र वर्मा एवं त्रिभुवन साहू को भी पुष्प माला एवं पेन डायरी श्रीफल भेंट कर स्वागत ग्राम वासियों के द्वारा किया गया साथी मंच पर उपस्थित श्री कीर्तन शुक्ला विशेषर श्री सुखी राम रजकश्री मनोज मरकाम इन शिक्षकों का भी ग्राम वासियों ने पुष्पहार एवं श्रीफल पेन डायरी देकर शिक्षा में विशेष योगदान हेतु सम्मान किया गया मंच संचालन जयनारायण साहू के द्वारा किया गया श्री डोगेंद्र वर्मा नेउद्बोधन में कहा कि चंदेल सर के अथक प्रयास एवं कार्य कुशलता कर्मठता के कारण यह सब संभव हो पाया है 37 बच्चों का नवोदय में चयन होना ऐतिहासिक बताया श्री त्रिभुवन साहू ने कहा कि सफल हुए बच्चे निश्चित ही खुश हैं साथ ही जिन बच्चों का चयन नहीं हो पाया है उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं है उनके द्वारा की गई तैयारी और पढ़ाई कभी व्यर्थ नहीं जाएगी जीवन भर काम आने वाली है सुखी राम रजक जिनकी पुत्री लोकश्री रजक का नवोदय में चयन हुआ है उन्होंने कहा कि इस सफलता के पीछे पूरा श्रेय चंदेल सर को जाता है उनके कठिन परिश्रम का ही परिणाम है कि आज मिर्च गरीब परिवार की पुत्री निशुल्क का शिक्षा लेकर नवोदय में चयन हुई है इस शिक्षक का जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है हम पूरे परिवार शिक्षक के ऋणी है श्री कीर्तनशुक्ला ने कहा कि के कोसमंदा द्वारा शिक्षकों का सम्मान कार्यक्रम रखकर शिक्षकों की गौरव को बढ़ाने का कार्य कोसमंदा वासियों ने किया है यह अनुकरणीय है मैं शिक्षक के साथ-साथ कैबिनेट मंत्री कवर्धा निज सहायक सचिव होने के नाते शासन स्तर पर श्री गुनाराम चंदेल जी का सम्मान कार्यक्रम वृहद रूप में जिला स्तर जिलाधीश महोदय से बात कर रखे जाने की बात कही। *श्री गुनाराम चंदेल की सफलता की कहानी उन्हीं की जुबानी* और अंत में श्री गुनाराम चंदेल ने अपने उद्बोधन में कहां कि
कोविड-19 की इस महामारी में बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से बंद थी बच्चों से संपर्क सिर्फ मीडिया ही माध्यम था इसके लिए ऑनलाइन क्लास एक बेहतर विकल्प के रूप में सामने आया और मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन क्लास प्रारंभ किया लेकिन बच्चे विशेष क्लास होने की वजह से दो चार बच्चे जुड़ रहे थे इसे ध्यान में रखकर एक निश्चित उद्देश्य का परिपालन करते हुए नवोदय की तैयारी शाला स्तर पर करवाता था उसे व्यापक रूप देने के बारे में विचार आया और नवोदय की तैयारी ऑनलाइन क्लास के बारे में सोचा और 5 अगस्त2020 से नियमित मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन क्लास लेना प्रारंभ होती है लेकिन क्लास के दौरान कभी कॉल आना जिससे क्लास पूरी तरह से डिस्टर्ब हो जाता था सुबह शाम दो बार क्लास लेने के कारण मोबाइल खराब हो गया बच्चो की भविष्य और आर्थिक परेशानी के बाद नया मोबाइल खरीदकर पुनः प्रारम्भ 2 दिन बाद ही किया बच्चो के लिए ऑनलाइन नया था समझने में परेशानी ,बच्चो,की क्लास में बातें करना इन बातों को धीरज रखते हुए समझाईस देकर जोड़े रहा सतत पालक से बाते करते हुए जुड़े रहने के लिए प्रेरित किया नेटवर्क की समस्या कभी दिखाई नही देना कभी सुनाई नही देना तमाम समस्या का ध्यान में रखते हुए स्वयं से 80000 खर्चा करते हुए लैपटॉप पेनटेब एवं लाइटिंग की व्यवस्था करके ऑनलाइन क्लास लेना प्रारंभ किया जो मेरे लिए बहुत बड़ी रकम थी क़िस्त में लिए होने के कारण 15000 प्रति माह देना और डेटा खर्च होने के कारण बाहर रहकर परिवार की जिम्मेदारी 5 माह तकलीफ दायक हो गया था लेकिन परिवार की खर्च को सीमित करते हुए एवं परिवार को विश्वास में लेते हुए ,परिवार ने साथ दिया चुकी पिता जी के स्वास्थ खर्च 5000 प्रतिमाह थी उसे पूर्ण करना अनिवार्य था सिर्फ बाहर किराए के घर पर रह कर 10000 में परिवार को चलाना बहुत मुश्किल होने के बावजूद एक समय की सब्जी की कटौती कर बच्चो के भविष्य संवारने में लगा रहा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के बच्चे जुड़ने लगे साथ ही छत्तीसगढ़ के बाहर उत्तर प्रदेश और राजस्थान के बच्चे भी जुड़ने लगे क्लास बेहतरीन चलने लगा धीरे धीरे गूगल फॉर्म के माध्यम से टेस्ट लेकर बच्चों का आकलन किया जाता और उन्हें फिर से समझा कर नवोदय के लिए तैयार किया जाता है 50 से अधिक टेस्ट गूगल फॉर्म के माध्यम से लिया गया साथ ही 2 घंटे का मॉक टेस्ट 12 बार लिया गया जिसे प्रतिदिन 15 घंटे घर रह कर ppt और पीडीएफ तथा गूगल फॉर्म निर्माण कर शिक्षण सामग्री तैयार कर whatsapp ग्रुप के माध्यम से बच्चो तक पहुंचाया गया ताकि बच्चो को घर पर रहकर ही सीखने का मौका मिले इस तरह पूरे वर्ष 10 अगस्त2021 तक 487 ऑनलाइन क्लास thichmint app औरवेबैक्स के माध्यम से लिया गया जिसका परिणाम स्वरूप विभिन्न जिलों से 52 बच्चे नियमित रहे उनमे से 45 बच्चो ने 90% से अधिक प्रश्न को सही हल कियाथा जिसमे से 37 बच्चों का नवोदय में चयन हो गया और यह सिलसिला निरंतर इस वर्ष भी जारी है 1 सितम्बर से 2022-23के क्लास प्रारम्भ कर नियमित लिया जा रहा है जिसमे 80 से अधिक बच्चे नियमित जुड़कर लाभ ले रहे है क्लास को बेहतर करने के लिए विभिन्न टूल जैसे कैमरा,प्रिंटर अन्य साफ्टवेयर को खरीदकर वीडियो यूट्यूब के माध्यम से दिया जा रहा ताकि अधिक से अधिक बच्चे लाभ ले सके यह क्लासेस पूरी तरह निशुल्क गरीब बच्चों को पुस्तक शिक्षण सामग्री व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से दिया जा रहा है और अधिक से अधिक बच्चे जोड़कर इससे लाभ ले रहे हैं आशा है आगामी वर्षों में अधिक से अधिक बच्चों का अध्ययन करा कर नवोदय की परीक्षा हेतु तैयार करना हमारा हमारा उद्देश्य है और यह निश्चित ही
शिक्षा के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है इस परिस्थितियां के कारण अभी 5 वी के बच्चो में स्तर कक्षा अनुरूप लाने के लिए अधिक प्रयास किया जा रहा है ताकि नवोदय के लिए तैयार हो सके।
कार्यक्रम में नगरवासी कोसमंदा एवं आसपास के गांव के पालक उपस्थित रहे विशेष सहयोग युवा साथी जयनारायण साहू टेकराम साहू चंद्रकांत साहू देवचरण साहू मुन्ना राम साहू सुशील साहू मनोज साहू कलीराम साहू ताकेश्वर साहू गंभीर साहू भारी संख्या में पालकगण बच्चे महिला पुरुष उपस्थिति रहे