अंधविश्वासियों ने 7 साल की मासूम बच्ची की दी बलि..धन प्राप्ति की आशा में मासूम की बलि..नार्को टेस्ट से हुआ खुलासा..


टीकम निर्मलकर AP न्यूज़ मुंगेली : झाड़-फूंक के नाम पर भोले-भाले लोगों को बहकाने वाले अंधविश्वासियों ने 7 साल की मासूम बच्ची की बलि चढ़ा दी। यह हृदय विदारक मामला मुंगेली जिले के लोरमी थाना अंतर्गत ग्राम कोसाबाड़ी से सामने आया है, जहां झरन नामक तांत्रिक पूजा विधि के तहत बालिका लाली उर्फ महेश्वरी का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई।
इस जघन्य अपराध का खुलासा पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला एवं मुंगेली पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के नेतृत्व में गठित विशेष टीम की विवेचना से हुआ। आरोपी किसी तांत्रिक क्रिया से धन प्राप्ति की आशा में मासूम की बलि देने की योजना में शामिल थे।
झाड़-फूंक, लालच और हत्या — जानिए कैसे रची गई मासूम की हत्या की साजिश
11 अप्रैल 2025 की रात लाली को घर से अगवा कर ग्राम के श्मशान भूमि के पास ले जाया गया, जहां ‘झरन पूजा’ के बहाने उसकी निर्मम हत्या कर दी गई। डीएनए परीक्षण से पुष्टि हुई कि घटना स्थल से मिली खोपड़ी और अस्थियाँ लाली की ही थीं।
पूजा के दौरान उपयोग में लाया गया काला कपड़ा, चाकू और अन्य सामान भी बरामद कर लिया गया है।
नार्को टेस्ट से हुआ खुलासा, परिजनों की भूमिका भी संदिग्ध
विवेचना के दौरान नार्को, ब्रेन मैपिंग व पॉलिग्राफ टेस्ट में यह स्पष्ट हुआ कि लाली की चाची ऋतु गोस्वामी ने पैसे कमाने के लालच में यह कांड रचा। उसने तांत्रिक झरन पूजा के लिए बालिका की बलि देने की योजना बनाई थी। आरोपी चिम्मन, आकाश, नरेन्द्र और रामरतन ने साजिश में सहयोग किया।
गिरफ्तार आरोपी:
1. चिम्मन गिरी गोस्वामी (40),
2. ऋतु गोस्वामी (36),
3. नरेन्द्र मार्को (21),
4. आकाश मरावी (21),
5. रामरतन निषाद (45)
ऋतु पर लोन धोखाधड़ी का भी मामला दर्ज
झामियाबाई पन्द्राम के नाम पर ऋतु गोस्वामी द्वारा लिए गए लोन में धोखाधड़ी के आरोप में अलग मामला पंजीबद्ध कर उसे गिरफ्तार किया गया है।
प्रशासनिक अमला भी रहा सक्रिय
प्रकरण की जाँच में लोरमी के अनुविभागीय अधिकारी, कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, तहसीलदार सहित राजस्व अमले ने भी गहन सहयोग दिया। वहीं साइबर सेल, थाना प्रभारी और विवेचना टीम की सतर्कता से यह गुत्थी सुलझ सकी।
यह मामला प्रदेश में अंधविश्वास के खिलाफ कठोर कार्रवाई और जागरूकता अभियान की आवश्यकता को उजागर करता है।