दरअसल स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में इजरायल एम्बेसी के पास हुए धमाके के बाद से ही स्पेशल सेल को कुछ ऐसे इनपुट्स मिलने शुरू हुए थे जिससे पता लगा था कि इजरायल एम्बेसी के पास धमाके के बाद टेलीग्राम के जरिए संगठन जैश उल हिन्द के नाम से जो जिम्मेदारी ली गई थी।