शासकीय हाई स्कूल बैरख में शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस एवं अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया

शासकीय हाई स्कूल बैरख में शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस एवं अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया

बोड़ला। वनांचल के शासकीय हाई स्कूल बैरख प्रांगण में शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस एवं अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुवात में सर्वप्रथम छाया चित्र में पूजा अर्चना कर माल्यार्पण किया गया।

संस्था प्राचार्य सोहन कुमार यादव ने बताया कि छ.ग.के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीर नारायण सिंह का शहादत 10 दिसंबर 1857 को रायपुर के जय स्तंभ चौक पर अंग्रेजों ने वीर नारायण सिंह को फांसी की सजा दी थी।एवं आज के ही दिन 10 दिसंबर को पूरी दुनिया में मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है ।10 दिसम्बर 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ की साधारण सभा ने संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकारों की विश्व व्यापी घोषणा को अंगीकृत किया । एवं संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1950 में 10 दिसंबर के दिन को मानवाधिकार दिवस घोषित किया । मानवाधिकार की विश्व व्यापी घोषणा में प्रस्तावना एवं 30 अनुच्छेद है ।व्याख्याता प्रेमलता ठाकुर ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह जी का जन्म सोनाखान में 1795 में हुआ था एवं वे गरीबों के मसीहा थे। आज 10 दिसंबर को विश्व मानवाधिकार दिवस भी है। किसी भी व्यक्ति की जीवन, स्वतंत्रता, समानता और सम्मान का अधिकार ही मानव अधिकार है।

कार्यक्रम को महेश धुर्वे ने संबोधित करते हुए कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह जी की याद में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम रायपुर में बना है। कार्यक्रम में सभी शिक्षक एवं विद्यार्थी गण उपस्थित थे ।