झंडे को लेकर दो समुदाय में जमकर मारपीट,धारा 144 लागू …

कवर्धा ब्रेकिंग न्यूज़ : झंडे को लेकर दो समुदाय में जमकर मारपीट ,बाजार बंद, धारा 144 प्रभावशील, आसपास के जिलों की फोर्स भेजी गई,जानिए क्या हैं मामला….

कवर्धा । जिले में आज दो पक्षों के लोग आपस में भिड़ गए। इसको लेकर शहर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। पुलिस ने एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। दुर्ग रेंज के एडीजी विवेकानंद कवर्धा पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है। बताते हैं, भाजपा नेता सियाराम साहू के आफिस के पास लोहारा रोड में एक झंडा लगा था, उसके बगल में एक दूसरे संप्रदाय के युवाओं ने अपना झंडा लगा दिया। इसको लेकर एक पक्ष ने आपत्ति की। यहीं से बात बिगड़ी। उसके बाद देखते-देखते बाजार बंद हो गए। कवर्धा में स्थित आर्म्स फोर्स बटालियन के सभी जवानों को चप्पे-चप्पे में तैनात कर दिया गया है। दूसरे जिलों से भी फोर्स भेजी जा रही है। कवर्धा काफी संवेदनशीन जिला माना जाता है। 2005 में लाठी चार्ज करना पड़ गया था।वहां पहले भी एकाध बार उपद्रव हो चुका है।
दरअसल, त्यौहार से पहले लोग शहर में अपने धार्मिक चिन्हों के प्रतीक के साथ-साथ सजावट सड़को, चौक, चौराहा पर कर रहे हैं। लेकिन अशांति फैलाने वाले लोग, जिन्हें यह बात हजम नहीं हो रही है उनकी वजह से झगड़े का माहौल उत्पन्न हुआ।
बता दे कि लोहारा नाका चौक पर बने डिवाइडर पर लगे डंडा पर हक की लड़ाई शुरू हो गई हैं। झंडे पर हमारा हक है, कहते हुए दो पक्षों के सैकड़ों लोग आपस में झगड़ा बढ़ाने लगे, जिसके कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। इतनी भयंकर स्थिति थी कि मारपीट तक शुरू हो गई।
सूचना के तत्काल बाद बड़ी घटना से पहले थाना प्रभारी मुकेश सोम तत्काल टीम के साथ पहुंचे, जहां उन्होंने बड़ी मशक्कत के बाद झगड़े को शांत कराया। कुछ लोगों को गिरफ्तार कर थाने लाया गया है।शहर में स्थिति तनावपूर्ण, लोगों में दहशत का माहौल।
पुलिस ने जैसे ही असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया। उसके बाद दूसरे गुट के लोग थाने के बाहर आ गए और पथराव करने लगे। जैसे ही भीड़ को थाने से
खदेड़ा गया, एकाएक भीड़ दौड़ते हुए दुकानों और ठेलों में तोड़फोड़ करने लगी, जिसकी वजह से शहर में तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया है।
वही तोड़फोड़ से डर के कारण सिग्नल चौक से लोहारा रोड तक सभी दुकानों ने शटर गिरा दिए हैं और खुद को कैद कर लिया है। पुलिस दहशतगर्दों को रोकने में नाकामयाब हो रही है। इस बात से साफ है कि कभी भी कोई भी बड़ी घटना शहर में घट सकती है जिसके लिए पुलिस को चौकन्ना रहना पड़ेगा।
बहरहाल, खबर लिखने तक मामला शांत नहीं हो पाया है, और लोग डर के मारे घर से भी बाहर नहीं निकल रहे हैं ना जाने कब उन पर हमला हो जाए। त्योहारों से पहले शहर में खुलेआम हो रही गुंडागर्दी से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहें है।



