त्रेता युग में राम जी को साथ देने वाले आदिवासी समाज का साथ रहेगा मां कौशल्या धाम के निर्माण में संतराम बालक दास

पोलमी
7 जून
,,, संपर्क यात्रा पहुंची आदिवासी क्षेत्र अंबागढ़ चौकी कोरचा टोला ,,,,
,छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ मां कौशल्या धाम जामड़ी पाटेश्वर आश्रम के तत्वाधान में आयोजित प्रदेश स्तरीय संपर्क यात्रा आज अंबागढ़ चौकी से 35 किलोमीटर दूर कोरचाटोला ,
कुसुमकसा ,
हेमलकोहडो, और टाटेकसा पहुंची ग्राम कोरचा टोला एवं कुसुम कसा के आदिवासी समाज के भाइयों बहनों ने मां कौशल्या धाम के निर्माण में अपना दान का संकल्प किया सैकड़ो की संख्या में लोग इस विशाल तीर्थ के निर्माण में दान देने के लिए आगे आए संत श्री राम बालक दास जी ने आवाहन किया कि विश्व के प्रथम मां कौशल्या धाम को आदिवासी तीर्थ क्षेत्र के रूप में जाना जाएगा उन्होंने कहा की मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने मां कौशल्या के संस्कार के ही कारण संपूर्ण भारत के आदिवासी वनवासी भाई बहनों को निशाचारों से मुक्ति दिलाई और सनातन धर्म का ध्वज फहराया इस अवसर पर संत श्री ने बताया कि कल भी अंबागढ़ चौकी क्षेत्र के वनवासी क्षेत्र के पांच गांव में यात्रा की सभाओं का आयोजन होगा जिसमें अधिक से अधिक संख्या में क्षेत्र प्रवासी भाग ले।
