चुनावी रैलियों में झूठे दावे करने वाले संतोष पांडेय के खुद के गोद ग्राम बदहाल – अभिमन्यु मिश्रा



आदर्श ग्राम , अमृत सरोवर इत्यादि योजनाओं के नाम पर केवल खानापूर्ति
दो किलोमीटर सड़क के लिए संतोष पांडेय के खुद के क्षेत्र के लोगों ने किया चुनाव का बहिष्कार
राजनांदगांव । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया पैनलिस्ट अभिमन्यु मिश्रा ने जारी बयान में कहा है कि आदर्श ग्राम योजना के तहत सांसद संतोष पांडेय ने खैरागढ़ मुढ़ीपार, छुरिया के मातेखेड़ा, कवर्धा के रणवीरपुर और अम्बागढ़ चौकी के दनगढ़ गांव को गोद लिया है । सांसद की ओर से गोद लिए जाने के बाद गांव के लोगों को विकास में तेज़ी की उम्मीद थी लेकिन अबतक परिस्थितियों में कोई भी सुधार नही हो पाया है, गांवों में बुनियादी सुविधाओं का आभाव है गांव के रहवासियों का कहना है कि सिर्फ नाम का आदर्श ग्राम है काम कुछ भी नही हुआ है ।
सांसद ने कोरोना काल के बाद खुज्जी विधानसभा के छुरिया ब्लॉक के मातेखेड़ा गांव को गोद लिया, 1600 लोगों की आबादी वाले इस गांव में कई विकास कार्यों के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की ओर से उनसे मांग की गई संतोष पांडेय द्वारा केवल आश्वासन ही दिए लेकिन काम पूरे होने का नाम नही ले रहे, केवल डी एम एफ मद से व्यावसायिक परिसर का निर्माण हुआ है ।
संतोष पांडेय ने पिछले साल अम्बागढ़ चौकी और मोहला के बीच स्थित दनगढ़ गांव को भी गोद लिया है और यहां पर भी विकास की कहानी अधूरी है, वहीं सांसद का पहला गोद लिया हुआ गांव डोंगरगढ़ व खैरागढ़ के बीच स्थित मुढ़ीपार है यहां अमृत सरोवर योजना के तहत कार्य शुरू तो हुआ लेकिन आगे कोई अता पता नही यहां स्वास्थ्य सुविधाओं की स्तिथि भी बेहद खराब है रहवासियों को स्वास्थ्य समस्याओं के लिए पाड़ादाह या खैरागढ़ जाना पड़ता है यहाँ की सड़कों की हालत भी बेहद खराब है रहवासियों का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाएं नहीं हैं डॉक्टरों की कमी है उपचार के लिए निजी अस्पताल जाना पड़ता है सांसद को इसके लिए प्रयास करना चाहिए था उक्त ग्रामों के रहवासियों का यह भी कहना है कि योजनाएं सिर्फ विज्ञापन तक ही सीमित हैं जन जन तक नही पहुच पा रही हैं सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है, इसके अलावा पूरे राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो भी कई क्षेत्रों में पी एम आवास योजना, जल जीवन मिशन जैसी प्रमुख योजनाओं का लाभ नही मिल पाया है इसके अलावा अमृत सरोवर योजना का भी लाभ नही मिला है जिसकी वजह से कई गांवों में तालाबों की सफाई नही हो पाई है इसी कड़ी में संतोष पांडेय के गृह जिले कवर्धा के विकासखंड स. लोहरा जहां से वे खुद आते हैं उसके अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पावले जो की चार आश्रित गांवों का केंद्र है जिसमे बंधी, अमलीडीह तथा कौड़िया शामिल है वहां अबतक पक्की रोड नही बन पाई है ग्रामीणों का कहना है कि सांसद संतोष पांडेय चुनाव जीतने के बाद 5 साल में झांकने तक नही आये फिर भी दूसरी बार कैसे टिकट मिला समझ से बाहर है ग्रामीणों ने बताया कि कवर्धा के ग्राम पेंड्रा तक पक्की रोड है जो कि पावले से केवल दो किलोमीटर दूर है अगर उसे वहां तक बढ़ा दिया जाएगा तो समस्या का समाधान हो जाएगा बड़ी बात तो यह है कि उक्त समस्याओं को ले कर स्थानीय रहवासियों ने चुनाव का बहिष्कार तक कर दिया है इसके बाद भी संतोष पांडेय किस विकास की बात करते हैं समझ से परे है ।