41 गांवों के लिए आज से नवा रायपुर में रजिस्ट्री दफ्तर


रायपुर. जमीन की खरीदी-बिक्री करने वालों के लिए नवा रायपुर में नए दफ्तर को हरी झंडी मिलने के बाद मंगलवार से ग्रामीण पंजीयन करा सकेंगे। सीएम भूपेश बघेल द्वारा वर्चुअल लोकार्पण किए जाने के साथ ही सिंगल विंडो के जरिए पक्षकार फाइल प्रस्तुत कर सकेंगे। नवा रायपुर स्थित नए कार्यालय में 41 गांवों का क्षेत्र शामिल होगा, जिसमें शहर की तरफ जाने की मजबूरी से छुटकारा मिल सकेगा।
पुराने रजिस्ट्री कार्यालय पर प्रकरणों का दबाव कम होगा। अधिकारियों का कहना है, नए रजिस्ट्री कार्यालय के खुल जाने से सालभर में लगभग 3000 रजिस्ट्री संभव है। इसके साथ में यहां 30 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य होगा। दो हफ्ते पहले नई व्यवस्था को मंजूरी मिलने के साथ ही राज्य शासन की ओर से आदेश जारी किया गया था। इसी के तहत सेक्टर- 29 में कार्यालय प्रारंभ किया जा रहा है। पुराने रजिस्ट्री कार्यालय में ग्रामीणों को 40 से 50 किलोमीटर तक आने मजबूर होना पड़ता था। कई बार वेटिंग लिस्ट की वजह से उन्हें बिना काम कराए ही लौटना पड़ता था, लेकिन नवा रायपुर और हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी परिसर से लगे आसपास के 41 गांवों के लोगों के लिए सुविधा बढ़ जाएगी।
बढ़ती रजिस्ट्री से भीड़ की आफत
पुराने रजिस्ट्री कार्यालय में हाल के दिनों में भीड़ बढ़ने से संक्रमण का खतरा है। अब 41 गांव का दायरा अलग हो जाने से काफी हद तक दबाव कम होगा। कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन खोलने आदेश जारी हुआ है और दिनों-दिन दफ्तर में लोगाें की भीड़ उमड़ रही है। जिला पंजीयक कार्यालय में जहां 150 प्रकरण प्रस्तुत किए जाते थे। कई बार संख्या 180 तक भी पार हो गई। शहर में रजिस्ट्री का औसत घटने की वजह से फायदा ये होगा कि लोगों को उसी दिन का अपाइंटमेंट मिल सकेगा। वेटिंग के हालात भी खत्म होंगे।
एक उप पंजीयक के साथ विंडो
नवा रायपुर सेक्टर- 29 में एक भवन को दफ्तर के लिए किराए पर लिया गया है। एग्रीमेंट तय हो जाने के बाद से यहां सेटअप बनाया जा रहा था। सिंगल विंडो वाले कार्यालय में उप पंजीयक की पदस्थापना की गई है। यहां टोकन लेकर ग्रामीण जमीन खरीदी-बिक्री की आसानी से रजिस्ट्री करा सकेंगे।