14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने हेतु जनजागरुकता रैली का आयोजन…

14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने हेतु जनजागरुकता रैली का आयोजन…

आज कवर्धा नगर में श्री योग वेदांत सेवा समिति के सदस्यों द्वारा भव्य मातृ-पितृ पूजन सु-प्रचार रैली का आयोजन किया गया था। इस दौरान ममतामयी मधुर गीत-संगीतों के द्वारा जिस गली मोहल्ले से यह सुप्रचार रैली निकली तो कई माताएं एवं बड़े बुजुर्ग भाव विभोर हो रहे थे। श्री योग वेदांत सेवा समिति के द्वारा कबीरधाम जिले में प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम व्यापक स्तर पर किया जाता है। इस वर्ष भी समिति के द्वारा जिले के सैकड़ो गांवों में मातृ-पितृ पूजन का कार्यक्रम संपन्न हो चुका है।
श्री योग वेदांत सेवा समिति के मीडिया प्रभारी बता रहे थे, कि 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मना कर गुमराह हो रहे हमारे युवा पीढ़ी को सही मार्ग दिखाते हुए विश्व वंदनीय पूज्य संत श्री आशारामजी बापू ने 2006 में मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने का आवाहन किया था। तब से बापू जी की प्रेरणा से यह मातृ पितृ पूजन का आयोजन पूरे विश्व में धूमधाम से होता है। कई राज्यों की राज्य सरकारे अपने-अपने राज्यों एवं स्कूलों में 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन दिवस मनाना अनिवार्य कर दिया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 14 फरवरी के लिए किये बड़ी घोषणा
श्री योग वेदांत सेवा समिति छत्तीसगढ़ के द्वारा 11 फरवरी 2024 को छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आयोजित भव्य मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के सभी स्कूल कॉलेजों में 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने कि घोषणा किया। अभी हाल ही में 6 फरवरी 2024 को भी छत्तीसगढ़ के शिक्षामंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सभी स्कूल कॉलेज के लिए यह आदेश जारी किये थे।

आपको बता दे कि इसके पहले भी 2012 में छत्तीसगढ़ के राजिम कुंभ में आयोजित संत श्री आशारामजी बापू के सत्संग पंडाल में छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने राज्य के प्रत्येक स्कूल कॉलेजों में मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने की घोषणा कि थी।
माता, पिता एवं गुरुजनों का आदर करना हमारी संस्कृति की शोभा है। माता-पिता इतना आग्रह नहीं रखते कि संतानें उनका सम्मान-पूजन करें परंतु बुद्धिमान, शिष्ट संतानें माता-पिता का आदर पूजन करके उनके शुभ संकल्पमय आशीर्वाद से लाभ उठाती हैं।