आदि कर्मयोगी अभियान से आदिवासी विकास की नई इबारत, कबीरधाम में शुरू हुई तैयारियां

सेवा, समर्पण और सुशासन का संकल्प.. कबीरधाम में आदिवासी ग्रामों तक पहुँचेगा ‘आदि कर्मयोगी अभियान
कवर्धा, 22 अगस्त 2025। अनुसूचित जनजातियों के सर्वांगीण विकास और कल्याण के उद्देश्य से भारत सरकार, जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा 10 जुलाई 2025 को आदि कर्मयोगी अभियान का शुभारंभ किया गया है। आदि कर्मयोगी अभियान के तहत सेवा पर्व और आदि कर्मयोगी सेवा अभियान का आयोजन 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2025 तक किया जाएगा। इस सोलह दिवसीय आयोजन का उद्देश्य “सेवा, समर्पण और सुशासन” की भावना के साथ जमीनी स्तर पर कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों को सशक्त करना और नेतृत्व क्षमता विकसित करना है। इस दौरान ग्राम स्तर पर विशेष जागरूकता अभियान, शिकायत निवारण एवं सेवा प्रदाय शिविर, आदिवासी सेवा दिवस और “आदिवासी सेवा हेतु निश्चय समय” का आयोजन नियमित रूप से होगा।
यह अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 02 अक्टूबर 2024 को शुरू किए गए “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का ही अगला चरण है। इसकी परिकल्पना विश्व के सबसे बड़े जनजातीय नेतृत्व आंदोलन के रूप में की गई है, जो बहु-विभागीय समन्वय और सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है।
इस अभियान को प्रभावी बनाने के लिए कलेक्टर गोपाल वर्मा ने अधिकारियों की बैठक लेकर विस्तृत तैयारियों की समीक्षा की है। उन्होंने अभियान के सुव्यवस्थित क्रियान्वयन के लिए सभी विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि यह अभियान जनजातीय समाज को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में शासन की प्राथमिकता में शामिल है। इसके लिए सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें ताकि योजनाओं का लाभ अंतिम छोर तक पहुंच सके।
बैठक में आदिमजति विकास सहायक आयुक्त एलपी पटेल ने बताया कि कबीरधाम जिले में इस अभियान के तहत कुल 275 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों का चयन किया गया है। यहां जिला, ब्लॉक और ग्राम स्तर पर ट्रेनर एवं वालंटियर कैडर तैयार किए जाएंगे, जिनमें अशासकीय संस्थाएं, स्व-सहायता समूह, पंचायत सचिव, युवा, पंच, फ्रंटलाइन कर्मचारी एवं सेवाभावी संगठन सक्रिय भूमिका निभाएंगे। ये कैडर धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान, पीएम जनमन योजना और अन्य मूलभूत सुविधाओं जैसे आवास, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन और संतृप्ति सुनिश्चित करेंगे। साथ ही भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ग्राम स्तर पर ट्रायबल विलेज विजन-2030 भी तैयार किया जाएगा।
प्रशिक्षण और सेवा केंद्र की स्थापना
अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय अधिकारियों, ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का चरणबद्ध प्रशिक्षण सितंबर माह में आयोजित किया जाएगा। प्रत्येक चयनित ग्राम में “आदि सेवा केंद्र” की स्थापना होगी, जिसके माध्यम से शासकीय सेवाओं की प्रदायगी और जनसुनवाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। प्रत्येक ग्राम में न्यूनतम 20 वालंटियर कैडर तैयार कर उन्हें ग्राम सभा की बैठकों में भी शामिल किया जाएगा।