छत्तीसगढ़ में मतगणना की तैयारियां पूरी, कवर्धा का परिणाम करवाएगा लंबा इंतजार,जानिए वजह

छत्तीसगढ़ में मतगणना की तैयारियां पूरी, कवर्धा का परिणाम करवाएगा लंबा इंतजार,जानिए वजह

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव -2023 के लिए राज्य की 90 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में हुए मतदान के बाद आगामी 3 दिसम्बर को मतगणना होगी। निर्वाचन आयोग ने इसके लिए सभी 33 जिला मुख्यालयों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि सभी मतगणना केंद्रों में प्रेक्षकों की निगरानी में होने वाली मतगणना के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 टेबल लगाए गए हैं। मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू होगी ,जिसमें सबसे पहले सेवा मतदाताओं के मतों की गणना होगी। सबसे पहले ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रानिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलैट सिस्टम) से प्राप्त मतों के क्यूआर कोड की स्कैनिंग की जाएगी। उसके बाद डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी। साढ़े आठ बजे के बाद सभी टेबलों पर एक साथ मतगणना शुरू होगी।
कवर्धा के परिणाम के लिए करना पड़ेगा लम्बा इंतजार
कंगाले ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना केन्द्रों में होने वाली मतों की गिनती के दौरान बिना प्राधिकार पत्र के किसी भी व्यक्ति को मतगणना कक्ष में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से कवर्धा में सबसे अधिक 30 चक्रों में मतगणना होगी। इसके बाद कसडोल में 29 चक्र होंगे। वहीं सबसे कम मनेन्द्रगढ़ , भिलाई नगर में 12 चक्रों में मतगणना होगी। इसका सीधा सा अर्थ है कि सबसे पहले मनेन्द्रगढ़ और भिलाई नगर के परिणाम सामने आएंगे,जबकि कवर्धा के परिणाम के लिए देर रात तक इंतज़ार करना पड़ सकता है।
ट्रिपल घेरे में सुरक्षित है EVM
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 1181 अभ्यर्थियों के राजनीतिक भाग्य का फैसला 7 नवम्बर और 17 नवम्बर को ईव्हीएम में कैद हुआ था। आगामी 3 दिसम्बर को मतों की गिनती के साथ ही इनके परिणाम आएंगे। मतगणना के दौरान अभ्यर्थी किसी भी टेबल पर जाकर मतगणना को देख सकेंगे जबकि अभ्यर्थी के अभिकर्ता सिर्फ निर्धारित टेबल पर ही मतगणना का निरीक्षण करेंगे। मतगणना की पूरी कार्यवाही मतगणना प्रेक्षक और सामान्य प्रेक्षक की उपस्थिति तथा निगरानी में होगी। इस दौरान हर राउंड की समाप्ति पर अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ता की उपस्थिति और प्रेक्षक की निगरानी में रैंडम आधार पर किसी दो कंट्रोल यूनिट की जांच की जाएगी। इसके अलावा सभी चक्रों की गणना पूर्ण होने पर पाँच वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (व्हीव्हीपेट) का ड्रा के माध्यम से चयन कर मतों का वेरिफिकेशन किया जाएगा।
मतदान के बाद ईवीएम को सभी जिला मुख्यालयों में स्ट्रांग रूम में तीन सुरक्षा घेरे में रखा गया है। पूरी मतगणना प्रक्रिया की रिकार्डिंग भी सुरक्षित की जाएगी। इस दरमियान प्रेक्षक और रिटर्निंग ऑफिसर को छोड़कर मतगणना कक्ष में किसी को भी मोबाइल ले जाने की मंजूरी नहीं होगी। इसके अतिरिक्त कोई भी शेष व्यक्ति अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण यथा आईपेड, रिकार्डर, वीडियो कैमरा जैसे अन्य गैजेट नहीं ले जा सकेंगे।

