पंडरिया : ग्रामों को नगर पालिका में जोड़ने में पार्टियों ने दिखाया अपना दम, लेकिन ग्रामीणों को तो नहीं मिल रहा नगर पालिका का लाभ

पंडरिया : ग्रामों को नगर पालिका में जोड़ने में पार्टियों ने दिखाया अपना दम, लेकिन ग्रामीणों को तो नहीं मिल रहा नगर पालिका का लाभ
टीकम निर्मलकर AP न्यूज़ पंडरिया : सरकार केवल अपने स्वार्थ के लिए जनता का खून पीते हुए दिख रहा है. पार्टी कोई भी हो लेकिन आम जनता की समस्या को समझना समझ के परे हैं.
बड़ी-बड़ी बातें है भीख मांग खाते हैं : छत्तीसगढ़ी में एक कहावत है बड़ी-बड़ी बातें हैं और भीख मांग के खाते है आपको बता दे कि चुनाव के समय नेताओं लोग जनता को लुखाने के लिए विभिन्न वादे करते है. लेकिन चुनाव जीतने के बाद जनता की समस्या को भूल जाते हैं.
नगर पालिका पंडरिया में विभिन्न ग्रामों को जोड़ना: पंडरिया को नगर पालिका बनाने एवं जनसंख्या में वृद्धि करने हेतु ग्रामो को तो नगर पालिका में जोड़ दिया गया है लेकिन नगर पालिका का लाभ नहीं मिला रहा है.
सरकारी सेवाओं एवं जनता हितों में कार्य नहीं : आपको बता दे की चुनाव के पहले ग्रामों को नगर पालिका में जोड़ दिया गया था चुनाव खत्म 5 से 6 माह हो गया है. लेकिन गांवो मे नगर पालिका से किसी भी प्रकार का लाभ देखने को नहीं मिल रहा है ना सफाई हेतु कर्मचारी भेजा जाता है ना कूड़ा गाड़ी ना ही ग्रामों में किसी भी प्रकार का लाइट और नालियों संबंधित कार्य का लाभ मिला.
विभिन्न टेक्स और वसूली : नए सत्र लगते ही विभिन्न टेक्स की वसूली करने के लिए कर्मचारियों आ जाएंगे लेकिन जनता की समस्या सुनने के लिए कोई भी अधिकारी कर्मचारी दिखाई नहीं देती.
इस स्थिति को देखते हुए ऐसे लग रहा है कि ग्रामों को नगर पालिका में जोड़ना सिर्फ व्यक्तिगत लाभ है.