पंडरिया: खा जाता है पांच मिनट मे सात ट्यूबलाइट – गरम राड को चाटता है जीभ से

पंडरिया: खा जाता है पांच मिनट मे सात ट्यूबलाइट – गरम राड को चाटता है जीभ से

Ap न्यूज़ पंडरिया, कुण्डा : 5 मिनट्स के अंदर वह 7 ट्यूबलाइट के कांच पापड़ की तरह जबाकर खा जाता है सुलगते लोहे की सलाख को जीभ से चाटना हैं कई नुकीले सुईया अपने बदन मे हंसते हंसते चुभो लेना है ऐसे कई हैरतअंगेज कारनामा देख कर कोई दंग रह जाता है देखने वालों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं और ज़ेहन में बस एक ही सवाल उठता है भला इंसान कैसे कर सकता है यह सब कलाकार का नाम ऋषिकांत विलयमसन उम्र महज 38 साल देखने में ऋषिकांत सामान्य युवकों की तरह ही है लेकिन जब वह शो. मे उतारता है तो यह साबित कर दिखाता है कि वह असामान्य इंसान हैं जी हां ! कांच के टुकड़ों से पेट भरने वाले को असामान्य नही कहेंगे तो भला और क्या ग्राम पंचायत कुण्डा के नया बस स्टैंड के परिसर में जब ऋषिकांत ने कारनामा दिखाना शुरू किया तो सन्नाटा पसर गया दर्शकों की सांसें तेज हो गई लोहे की राड लाल हो गई गरम राड के नज़दीक जैसे ही एक कागज़ को ले गया उसमें आग लग गई यानि राड पूरी तरह सुलग रही थी इसके साथ ही ऋषिकांत उस गरम राड को जीभ से चाटने लगा यह दृश्य कोहराम मचा देने वाला था आंखों से देखते हुए विश्वास नहीं हो रहा था पर यकिन मानिए ऋषिकांत गरम राड को अपनी जीभ से चाटकर ठंडाकर रहा था और तब तक चाटना रहा जब तक राड पूरी तरह से ठंडा नहीं हो गई इसके बाद जो कारनामा उसने दिखाया उसे देखकर महिला दर्शक में तो आंखें ही मूंद लिया ऋषि कांत ट्यूबलाइट को तोड़कर जबाना शुरू कर दिया था ट्यूबलाइट की कांच को इतनी आसानी से चबा कर खा रहा था मानो पापड़ खा रहा हो पूरे 5 मिनट में वह 7 ट्यूबलाइट को चट कर गया इस बीच उसके मुंह से थोड़ा खून भी वह पर उसने इसकी परवाह नहीं की इसके बाद उसने 20 से अधिक सुईयां अपने शरीर मैं चुभोई इस खतरनाक खेल में ऋषि कांत की पत्नी पूजा भी साथ देती है पूजा के सिर व पेट के ऊपर से मोटरसाइकिल निकालने का स्टंट भी ऋषि कांत के खतरनाक खेल का हिस्सा है वह खुद तो हर रोज खतरों से खेलता है उसकी पत्नी भी खतरा मोल लेती है पर ऋषि कांत यह सब पापी पेट के लिए करता है।
पापी पेट का सवाल है
ऋषि कांत ने बताया की बचपन से वह अपने पिता रवि कांत के कारनामों का किरदार बनता रहा है देखते देखते वह भी कारनामों करने लगा उसने बताया की एक अक्षर भी नहीं पड़ा है जिसकी वजह से उसके पास रोजी रोटी का कोई दूसरा विकल्प नहीं है स्टंट उसका शौक नहीं मजबूरी है पेट की आग बुझाने उसे के साथ खेलना पड़ता है हर कोई कारनामों की तारीफ करता है लेकिन अब तक वह पहल नहीं हो सकी है जिससे इस कला प्रदर्शन के लिए उसे छत्तीसगढ़ में अच्छा मंच मिल सके
शाबाश इंडिया में बटोरी सुर्खियों ऋषि कांत जी न्यूज़ के शाबाश इंडिया कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचा था पर वह फाइनल तक नहीं पहुंच सका हालांकि ट्यूबलाइट खाने का प्रदर्शन करने का अवसर शाबाश इंडिया मैं उसे मिला और खूब खुशियां बटोरी फिर भी स्थाई रोजगार का और सर नहीं मिल सका।
डर तो लगता है पर क्या करें
मूलतः भिलाई में रहने वाले ऋषि कांत की पत्नी श्रीमती पूजा का कहना है की स्टंट दिखाते वर्क डर तो लगता है लेकिन क्या करें पेट पालने के लिए करना पड़ता है उसने बताया कि उसके दो बेटे भी है जो उसके कारनामों का किरदार बनता है उसने बताया कि स्टट के दौरान ऋषि कांत जख्मी हो गया था उसके पेट में 18 टांके लगे हैं पूजा का कहना है कि राज्य सरकार को उनकी कला को महत्व देते हुए उनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए।
