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पंडरिया : भारतीय मजदूर संघ ने कारखाना प्रबंधन को सौंपा ज्ञापन,11 सूत्रीय माँगें रखीं,7 दिवस के भीतर मांग पुरी नही होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी

पंडरिया : भारतीय मजदूर संघ ने कारखाना प्रबंधन को सौंपा ज्ञापन,11 सूत्रीय माँगें रखीं,7 दिवस के भीतर मांग पुरी नही होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी


टीकम निर्मलकर AP न्यूज़ पंडरिया : भारतीय मजदूर संघ इकाई पंडरिया ने गुरुवार को कारखाना प्रबंधन के खिलाफ 11 सूत्रीय माँग पत्र सौंपने की कोशिश की। संघ का आरोप है कि विगत कई महीनों से श्रमिकों के साथ भेदभाव किया जा रहा है तथा पूर्व में हुए समझौतों का पालन नहीं किया जा रहा है
मांग बिन्दूवार निम्नवत हैं:-



1. ठेका श्रमिकों का कार्य पर वापसी कारखाने में विगत् वर्षों से कार्यरत् समस्त ठेका श्रमिकों को उनके पूर्व वर्षों में नियत कार्य वापसी दिनांक पर वरीयता क्रम में अतिशीघ्र वर्तमान सत्र में कार्य पर वापसी लिया जावें। अन्यथा की स्थिति में भारतीय मजदूर संघ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा।

2. प्रत्येक माह के पेमेंट भुगतान में भेद-भाव बंद किया जाये माह जून 2025 से यह देखा जा रहा है कि कारखाना प्रबंधन द्वारा पेमेंट डालने के संबंध में ठेका श्रमिकों के साथ भेद-भाव किया जा रहा है। पूर्व में कारखाना प्रबंधन द्वारा संघ के मांग पर सभी कर्मचारियों संविदा कर्मचारी, भूमि कर्मचारी, ओम इंटरप्राईजेस और ठेका श्रमिकों का पेमेंट एक साथ डाला जाता था परंतु माह जून 2025 से ठेका श्रमिकों का पेमेंट रोक कर सभी कार्मचारियों का पेमेंट कर दिया गया है यह स्पष्ट रूप से ठेका श्रमिकों के साथ भेद-भाव को दर्शाता है। यदि माह जुलाई 2025 से समस्त कर्मचारियों / श्रमिकों का पेमेंट एक साथ नहीं आता है और किसी एक विशेष समुह कर्मचारियों का पेमेंट आ जाता है ससके तुरंत दुसरे दिन ठेन श्रमिकों द्वारा कारखाना प्रबंधन को बीना सूचना दिये टूल-डाऊन किया जावेगा जिनका संपूर्ण जवाबदारी कारखाना प्रबंधन का होगा। माह जून 2025 ठेका श्रमिकों का पेमेंट अतिशीघ्र किया जाये।



3. पूर्व में किये गये हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान के संबंध में भारतीय मजदूर संघ पंडरिया द्वारा 16 अक्टूबर 2024 से 28 अक्टूबर 2024 तक हड़ताल किया गया था और कलेक्टर महोदय जी के अध्यक्षता में दिनांक 28.10.2024 को कारखाना प्रबंधन तथा भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधियों के बीच समझौता हुआ और अन्दोलन वापस लिया गया था। समझौता पश्चात पूर्व वर्ष की भांती हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान आज दिनांक तक नहीं किया गया है। कारखाना प्रबंधन द्वारा हड़ताल का पैसा देंगें पर समय नही बतायेंगे इस तर्ज पर गुमराह किया जा रहा है। महाप्रबंधक प्रशासन द्वारा व्हाटसप के माध्यम से लिखित में भी दिया है कि एम.डी. सर बोले है की हड़ताल का पैसा देंगें। यदि हड़ताल अवधि का वेतन अतिशीघ्र जारी नही किया जाता है तो संघ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा।

4. हड़ताल अवधि में हुये समझौतों के अनुसार सभी का वेतन वृद्धि किया जाये जो अपने अनुभव योग्यता पूर्ण कर लिये हैं और अनुभव योग्यता पूर्ण करते जा रहे है उनके अनुसार तत्काल वेतन वृद्धि किया जावे। कुछ कर्मचारियों का शेष पेमेंट समझौते के अनुसार माह अक्टूबर 2025 में बढ़ने है उसे माह अक्टूबर 2025 स लागू किया जावे।



5. साप्ताहिक अवकाश का अतिरिक्त भुगतान के संबंध में पूर्व में भारतीय मजदूर संघ द्वारा सभी श्रमिकों से साप्ताहिक अवकाश (रेस्ट दिवस) में कार्य लेने के लिये मांग किया गया था उक्त माग के संबंध में कारखाना प्रबंधन द्वारा यह निर्णय लिया गया कि साप्ताहिक अवकाश (रेस्ट) दिवस में काम नहीं लेंगें उक्त दिवस का पेमेंट दिया जावेगा। इस प्रकार पूर्व कारखाना प्रबंधन द्वारा पेराई सत्र 2023-24 में साप्ताहिक अवकाश का पेमेंट किया गया। पेराई सत्र 2024-25 में तत्कालीन प्रबंधन द्वारा श्रमिकों को साप्ताहिक अवकाश में दिये जाने वाला अतिरिक्त भूगतान को रोक दिया गया है। पेराई सत्र 2024-25 साप्ताहिक अवकाश (रेस्ट) दिसव का अतिरिक्त भुगतान अतिशीघ्र किया जाये।

6. ओम इंटरप्राईजेस को तत्काल कारखाना से हटाया जाए जिससे कारखाना को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके और तकनीकी कर्मचारियों को जो ओम में कार्यरत है सीधे कारखाना या फिर लोकल ठेकेदारों के माध्यम से भुगतान किया जाये। जिससे कारखाना को अतिरिक्त हानि से बचाया जा सके और ये कार्य पूर्व एम.डी. जायसवाल सर ने कर के दिखाया है।
7. जिस दिनांक से ओम इंटरप्राईजेस का कारखाना में कार्य प्रारंभ हुआ है उक्त दिनांक से ओम में कार्यरत सभी कर्मचारियों का पंचीग शिट एवं जो उनको अवकाश दिया गया है उनका जांच होना चाहिए।

8. क्षेत्र सहायकों के पेमेंट के संबंध में क्षेत्र सहायकों द्वारा विभागीय आदेशानुसार मार्च एवं अप्रैल 2025 में कार्य किया गया है उक्त माह का वेतन भुगतान अतिशीघ्र किया जाये। विभागीय आदेश का छाया प्रति संलग्न है।

9. टाइम ऑफिस प्रभारी द्वारा किये जा रहे भेद-भाव पूर्ण व्यवहार को तत्काल बंद किया जावे। सभी ठेका श्रमिकों को उनके पेमेंट, वापसी दिनांक आदि जानकारी निष्पक्ष रूप से प्रदान किया जाये।

10. ऐसे श्रमिक जिनका कार्य पर वापसी नही हुआ है उन्हे टाइम ऑफिस तक जानकारी पूछने के लिये जाने दिया जावे उन्हे गेट पर ही रोक दिया जा रहा है। वो भी कारखाना का श्रमिक है कोई आतंकवादी नहीं है उन्हे भी अपने बारे में जानकारी पूछने का अधिकार है।

11. मेघराज को हटाओं कारखाना बचाओं गन्ना विकास अधिकारी श्री मेंघराज को तत्काल कारखाना

से हटाया जावे जिससे कारखाना को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके। इनके कारखाना में रहने से कारखाना को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान हो रहा है जैसे पूरे क्षेत्र में अपने कमिशन के चक्कर में खराब गन्ना बीज को मंगा कर लगवाया गया जिससे किसानों और कारखाना को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है जो पुराने गन्ना एक एकड में 500-600 क्विंटल तक का उत्पादन देता था जिसे बंद कर दिया गया और कमिशन खा कर ऐसे गन्ना बीज डलवाया गया है जो प्रति एकड़ अधिकतम 200-250 तक उत्पादन दे रहा है।



कारखाना में वर्तमान में जोरों से मेंटनेंस का कार्य चल रहा है सभी सेक्शन के सेक्शन प्रमुखों को अपने सेक्शन में रह कर मेंटनेंस कार्य करवाना चाहिए जबकी प्रायः ऐसा देखा जा रहा है कि गन्ना विकास अधिकारी अपने पास विभाग प्रमुखों को बिठा कर गप्पे मारते रहता है और कारखाना में राजनीति कराने का कार्य करता है।

आंदोलन की चेतावनी

संघ ने स्पष्ट कहा है कि यदि माँगों का समाधान 7 दिनों के भीतर नहीं किया गया तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा और इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी कारखाना प्रबंधन की होगी।

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