राष्ट्रीय आम सहमति बनाने के बजाय देश के प्रभावशाली तबके, राजनेता और मीडिया समेत सभी लोग अपनी गलतियों पर पर्दा डालने और विरोधियों के खिलाफ कीचड़ उछालने में व्यस्त हैं।
चीन बार-बार हमले की धमकी दे रहा है लेकिन ड्रैगन की धमकियों का ताइवान पर कोई असर नहीं हो रहा है। ताइवान की सेना चीन के खतरों का मुकाबला करने के उद्देश्य से अभ्यास कर रही है।