कवर्धा:- क्षेत्र विकास और जनता की समस्याओं का समाधान करना हमारी पहली प्राथमिकता-मंत्री अकबर।

कवर्धा:- क्षेत्र विकास और जनता की समस्याओं का समाधान करना हमारी पहली प्राथमिकता-मंत्री अकबर।



केबिनेट मंत्री अकबर ने रंगमंच, पानी टंकी, हाईस्कूल के लिए अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण और बाउड्रीवॉल निर्माण कार्य का किया भूमिपूजन।
कवर्धा, 06 अप्रैल 2023। प्रदेश के वन, परिवहन, आवास, पर्यावरण, विधि विधायी तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री व कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर अपने एक दिवसीय कबीरधाम प्रवास के दौरान जन आकांक्षाओं को पूरा करते हुए जन सुविधा के लिए विकास कार्यों की सौगात दी। मंत्री अकबर ग्राम कोयलारी में 7 लाख 72 हजार रूपए की लागत से हाईस्कूल के लिए अतिरिक्त कक्ष, 1 लाख 60 हजार और 2 लाख रूपए की लागत से दो रंगमंच का लोकार्पण किया। उन्होंने ग्राम कोयलारी में 10 लाख रूपए की लागत से हाईस्कूल के बाउड्रीवॉल निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। उन्होंने ग्राम भिंभौरी में जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी का लोकार्पण किया। मंत्री अकबर ने सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी।
कैबिनेट मंत्री अकबर ने ग्राम कोयलारी और भिंभौरी में विकास कार्यो की लोकार्पण और भूमिपूजन में कहा कि क्षेत्र का समुचित विकास और जन सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उनकी मांगों तथा समस्याओं का ठोस समाधान करना हमारी पहली प्राथमिकता में भी शामिल है। जनहित और लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जा रहा है। मंत्री अकबर ने कहा कि रंगमंच का लोकार्पण किया गया है, गांव के पारंपरिक संस्कृति, रीति रिवाज से संबंधित अनेक कार्यक्रम का आयोजन से गांव के निवासियों को इससे जुड़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पारम्परिक संस्कृति को जीवंत रखने का कार्य किया जा रहा है। नागरिकों को पारम्परिक रीति रिवाजों से जोड़ के रखने के लिए छत्तीसगढ़ीया ओलंपिया सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। जिससे लोग अपने आने वाले पीढ़ी को छत्तीसगढ़ी संस्कृति से अवगत करा सके और इससे जुड़े रहे।
कैबिनेट मंत्री अकबर ने कहा कि रंगमंच निर्माण होने से गांवों में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए सहुलियत होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति व सभ्यता और विशिष्ट पहचान यहां की ग्रामीण परंपराओं और रीति रीवाजों से है। इसमें पारंपरिक खेलों का भी विशेष महत्व है। परंपरागत रूप से बहुत समय से खेलते आ रहे खेल को शासन द्वारा वैश्विक पहचान दिलाया जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में छत्तीसगढ़ के इन खेलों को लोग भूलते जा रहे थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुरानी संस्कृति को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है। खेलों को चिरस्थायी रखने, आने वाली पीढ़ी से इनको अवगत कराने के लिए छत्तीसगढ़ियां ओलंपिक खेलों की शुरूआत की गई है। मंत्री अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा, खानपान, लोक कला, संस्कृति, खेलकूद को बढ़ावा देने और उसे छत्तीसगढ़ के बाहर भी पहचान दिलाने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। अब छत्तीसगढ़िया खेल भी अपनी अलग पहचान बना रहे है।
उन्होंने कहा कि आर्थिक, समाजिक, शैक्षिणिक रूप से पिछड़े लोगों की जीवन उत्थान और पिछड़े क्षेत्रों का समुचित विकास करना छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। सभी वर्गो के हितों एवं सामाजिक उत्थान की दिशा में अथक प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लोगों के जीवन स्तर में सुधार करना और जनहित से जुड़े मांग, समस्याओं का प्राथमिकता में निदान भी किया जा रहा है। उन्होने कहा कि हम आगे भी समाज के उत्थान और उन्हे विकास के मुख्यधारा में लाने के लिए हर संभव प्रयास करते रहेंगे। इस अवसर पर बोड़ला जनपद अध्यक्ष श्रीमती अमिता प्रभाती मरकाम, सहसपुर लोहारा जनपद अध्यक्ष श्रीमती लीला धनुक वर्मा, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष नीलकंठ साहू, उपाध्यक्ष चोवा साहू सहित क्षेत्रिय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।