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गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन एवं मार्गदर्शिका के संबंध में कार्यशाला का आयोजन

▪️पशुओं के लिए छैयां, भुईयां, दाना, पानी की हो समुचित व्यवस्था : मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा

राजनांदगांव 26 जून 2021 गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन एवं मार्गदर्शिका के संबंध में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा ने गोधन न्याय योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान विशेष सचिव कृषि डॉ. एस भारतीदासन, संचालक कृषि श्री यशवंत कुमार, कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा एवं जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर उपस्थित थे। इस अवसर पर सभी एसडीएम एवं जनपद सीईओ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े।
कार्यशाला में मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा ने कहा कि गौठान पशुओं के लिए डे-केयर सेंटर है और यह पशुओं के संरक्षण का क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि छैयां, भुईयां, दाना, पानी पशुओं की मूलभूत आवश्यकता है। उनके लिए कोटना, शेड, चबूतरा, पैरादान एवं चिकित्सा की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में गौठान रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित होंगे। गौठान में 5 एकड़ भूमि में चारागाह विकसित करें, ताकि एक माह तक पशुओं को चारा दिया जा सके। उन्होंने गौठान के कार्य तथा गौठान समिति के अध्ययन के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गौठान को गतिशील बनाए रखने के लिए मरम्मत कार्य भी करवाएं तथा गौठान समिति को सक्रिय करें। उन्होंने कहा कि महिला स्वसहायता समूह को स्वावलंबी बनाने के लिए उन्हें मिनी राईस मिल देने के साथ अन्य गतिविधियों में संलग्र करें। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि कार्यशाला में मॉडल गौठान के संबंध में दी गई जानकारी के अनुसार कार्य करें। 1 जुलाई से रोका-छेका अभियान आरंभ होगा, इसकी पूरी तैयारी रखें। गौठान में टूट-फूट की मरम्मत कराएं तथा पक्के शेड बनवाएं। आगामी दिनों में गौठान समितियों को आत्मनिर्भर बनाते हुए उनकी आय का जरिया विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने सभी एसडीएम एवं जनपद सीईओ से कहा कि सभी विकासखंडों में 11 तथा राजनांदगांव विकासखंड में 12 मॉडल गौठान चयनित कर प्रथम चरण में एक माह के भीतर 100 गौठानों को आदर्श गौठान के रूप में विकसित करना है। गौठान को मल्टीएक्टीविटी केन्द्र के रूप में विकसित करना है। यह जरूरी है कि महिला स्वसहायता समूह आत्मनिर्भर बनें इसके लिए उन्हें गौठान में मिनी राईस मिल एवं ऐसे उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दें जिनकी मार्केट में मांग हो। उन्होंने कहा कि जिले में टीकाकरण में सभी ने बहुत अच्छा कार्य किया है। उन्होंने सभी जनपद सीईओ से कहा कि नवाचार से मुख्यमंत्री के नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के सपने को साकार करें। आम जनता को इस योजना से जोड़कर जनआंदोलन का रूप प्रदान करें।
जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर ने कहा कि सभी मॉडल गौठान बनाने की दिशा में कार्य आरंभ करें और अपेक्षाओं पर खरा उतरे। विशेष तौर पर 10 ऐसे गौठान होने चाहिए जहां विभिन्न गतिविधियां चलती रहे। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के दौरान जिस समन्वय के साथ सभी अधिकारियों ने कार्य किया है, ऐसे ही मॉडल गौठान के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि भूमि सुधार कर चारागाह में चारा बोआई करें। गौठान समिति को सक्रिय रखें तथा गौठान की बाउंड्री में इमारती लकड़ी के लिए वृक्षारोपण करें। इस अवसर पर एसडीएम श्री मुकेश रावटे, उप संचालक कृषि श्री जीएस धु्रर्वे, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के महाप्रबंधक श्री सुनील वर्मा, उप संचालक पशु एवं चिकित्सा सेवाएं डॉ. राजीव देवरस, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री राजेश शर्मा, सहायक संचालक कृषि श्री टीकम ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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