पेंड्रीकला में सरपंच चुनाव का आदेश असामाजिकता से प्रेरित
कवर्धा कुंडा, समीपस्थ ग्राम पंचायत पेंड्रीकला में विगत 4 वर्षों से आरक्षित कोटे का सरपंच नहीं होने के कारण उप सरपंच के द्वारा केंद्र एवं राज्य शासन के मनसा अनुरूप सदैव जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य कराया जा रहा जा रहा है एवं 12 में से 9 पंचों तथा आम जनता को किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं है इसके बावजूद यहां चुनाव का आदेश जारी किया गया सरपंच ने आरोप लगाया है कि कुछ चापलूस एवं असामाजिक प्रकार के व्यक्तियो के द्वारा उन्हें परेशान करने की दृष्टिकोण से जनपद सीईओ के द्वारा पेंड्रीकला में चुनाव हेतु आदेश निकला गया है जबकि पंडरिया जनपद में ही ग्राम पंचायत कुम्हीं एवं ग्राम पंचायत कूल्ही डोंगरी में भी इसी तरह आरक्षित कोटा का सरपंच नहीं होने से उसे सरपंच के द्वारा पंचायती कार्यकाल बखूबी से निर्वहन किया जा रहा है जिसके लिए इसी जनपद सीईओ के द्वारा किसी भी प्रकार का आदेश जारी नहीं किया गया है.
यहां यह बताना लाजिमी होगा कि 12 में से 9 पंचों के द्वारा विधायक पंडरिया एवं कलेक्टर तथा रिटर्निंग ऑफिसर जिला कबीरधाम को लिखित में ज्ञापन सौंपा गया है कि वहा सभी पंच एवं आम जनता सरपंच के कार्यकाल से संतुष्ट एवं खुश है उन्हें किसी भी प्रकार की चुनाव की आवश्यकता नहीं है यह बात समझ से परे है कि जब पंडरिया विधायक एवं कलेक्टर को पंचों के द्वारा सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर चुनाव का बहिष्कार किया गया है तो जनपद पंचायत पंडरिया सीईओ के द्वारा इस तरह का आदेश निकलना स्वार्थ से प्रेरित साबित हो रहा है ।