

पंजाब (Panjab) में जन्म से जुड़े दो भाई चर्चा का विषय बने हुए है. दरअसल मुश्किल वक्त का सामना कर रहे इन दोनों भाइयों को सूबे की सरकार ने क्रिसमस से पहले बड़ा तोहफा दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पंजाब सरकार ने उन्हें सरकारी नौकरी देने का फैसला किया है. पंजाब सरकार के अनुसार अब से दोनों पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PSPCL) में नौकरी करेंगे.

जुड़वा भाईयों को मिली नौकरी
जीवन में कुछ कर गुजरने की सोच रखने वाले ये जुड़वा भाई कभी हा’र नहीं मानते है. 19 साल के सोहना और मोहना का जीवन कुछ ऐसा है कि उन्हें हर पल साथ में ही रहना होता है, क्योंकि दोनों लोगों का शरीर एक ही है. चेहरे दो हैं, हाथ भी दो-दो हैं लेकिन उनका शरीर एक ही हैं.
सोहना-मोहना को पंजाब सरकार ने 11 दिसंबर 2021 को अपॉइंटमेंट लेटर दिया था. जिसके बाद दोनों ने बुधवार को PSPCL ऑफिस पहुंच कर पंजाब सरकार द्वारा दी गई नौकरी को ज्वाइन कर लिया है.

बताया जा रहा है कि फ़िलहाल दोनों की ड्यूटी सप्लाई कंट्रोल रूम में लगाई गई है. दोनों भाईयों ने नौकरी को लेकर कहा कि हम नौकरी पाकर बहुत खुश है, हमने 20 दिसंबर को ज्वाइन किया है.
उन्होंने पंजाब सरकार और पिंगलवाड़ा संस्थान का शुक्रिया भी अदा किया. इस संस्थान ने उन्हें इस मौके के लिए स्कूली शिक्षा प्रदान की थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सोहना को शुरुआत में हर महीने 20 हजार रुपये की सैलरी मिलेगी. जबकि मोहना अपने भाई के साथ सेवा करता रहेगा.
नई दिल्ली के सुचेता कुपलानी हॉस्पिटल में सोहना-मोहना का जन्म 14 जून 2003 को हुआ था. बाद में उन्हें एम्स में शिफ्ट किया गया. आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक सोहना-मोहना के माता-पिता ने उन दोनों को जन्म के बाद गरीबी के चलते छोड़ दिया था.


जिसके बाद डॉक्टरों ने पिंगलवाड़ा चैरिटेबल सोसाइटी से संपर्क साधा और नवजात शिशुओं को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक आशियाना दिया. डॉक्टरों ने एक की जा’न पर ख’तरा होने के चलते इन्हें अलग नहीं करने का फैसला लिया.
आत्मनिर्भर बनकर खुश है सोहना-मोहना
इसके साथ पिंगलवाड़ा संस्थान ने उनका ध्यान रखा और उन्हें शिक्षा प्राप्त कराई. इसे लेकर मोहना कहते है कि हम पिंगलवाड़ा संस्थान के आभारी हैं जिन्होंने हमें आगे बढाया और शिक्षा उपलब्ध कराकर हमें आत्मनिर्भर बनने में मदद की. नौकरी लग जाने से अब दोनों अपना पालन पोषण कर सकेंगे.

रिपोर्ट के अनुसार इसी साल जुलाई में दोनों ने इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा पूरा किया. इसके बाद उन्होंने कंपनी में जूनियर इंजीनियर के पद पर भर्ती के लिए आवेदन किया था.
सोहना को नौकरी देने की बात कैप्टन अमरिंदर सरकार के वक्त से शुरू हुई थी. लेकिन बीच में अमरिंदर ने इस्तीफा दे दिया. इसके बाद जब उनकी फाइल सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के पास पहुंची तो उन्होंने इसे स्वीकृत कर दिया और सोहना को नौकरी मिल गई.