“विषय शिक्षण के साथ कॅरियर मार्गदर्शन करें और सामान्य डिबेट हेतु विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करें”-डॉ. जगदीश सोनकर
आत्मानंद स्कूल में 10 अप्रैल से होगी प्रवेश, ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से भरे जाएंगे आवेदन
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शाला में प्रवेश के लिए एक विद्यार्थी कर सकेंगे, एक विद्यालय हेतु आवेदन
छात्राओं हेतु 50 प्रतिशत आरक्षण, कोरोना से अनाथ बच्चों को मिलेगी प्राथमिकता
केसीजी में वर्तमान संचालित 4 शालाओं में है 5130 विद्यार्थी और 127 शिक्षक
खैरागढ़ : 07 अप्रैल 20023
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम स्कूलों में लोकशिक्षण संचालनालय रायपुर के निर्देशानुसार प्रवेश की प्रक्रिया आरम्भ हो रही है। नये सत्र से खैरागढ़ और जालबांधा में दो नये आत्मानंद स्कूल खुलेंगे, इसकी स्वीकृति बजट में मिल चुकी है। केसीजी में वर्तमान 4 शालाएं खैरागढ़, छुईखदान, गंडई और साल्हेवारा में संचालित है, इनमे 5130 विद्यार्थी पर 127 शिक्षक कार्यरत है। इन शालाओं में प्रवेश हेतु 10 अप्रैल 2023 से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन भरे जाएंगे।
कलेक्टर ने परखा पढ़ाई का स्तर, छात्रा मोनाली ने कहा वो कलेक्टर बनना चाहती है
केसीजी कलेक्टर डॉ. जगदीश सोनकर ने आत्मानन्द विद्यालय निरीक्षण के दौरान संस्था प्रमुख और शिक्षकों निर्देशित करते हुए कहा कि-“विषय शिक्षण के साथ कॅरियर मार्गदर्शन करें और सामान्य डिबेट हेतु विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करें।” यह बात उन्होंने नया शिक्षण सत्र 2023-24 में प्रवेश प्रक्रिया के पहले जिला में संचालित स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट शाला छुईखदान में जाकर पढ़ाई के स्तर की जाँच के दौरान कही। डॉ. सोनकर ने क्लास में जाकर बच्चों से बातचीत की, शिक्षक-शिक्षिकाओं को बोर्ड में पढ़ाने कहा और बच्चों के साथ बैठकर शिक्षण की जांच की। इस दौरान कलेक्टर ने विद्यार्थियों की कापियां चेक की और हस्तलेखन देखी। आप क्या बनना हो? कलेक्टर द्वारा पूछने पर कक्षा आठवीं की छात्रा मोनाली पाल ने कहा कि वह सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर कलेक्टर बनना चाहती है और पूरी प्रक्रिया को भी बताया। इस पर डॉ जगदीश सोनकर प्रसन्न हुए और अध्ययन में सहयोग करने की बात कही। अन्य विद्यार्थियों ने भी बताया कि वे आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, इंजीनियर, स्पेस साइंटिस्ट आदि बनना चाहते है।
आत्मानंद स्कूल की प्रवेश प्रक्रिया, छात्राओं हेतु 50 प्रतिशत आरक्षण
जिला में प्रवेश की प्रकिया 10 अप्रैल से शुरू हो रही है, आवेदन अंतिम तिथि 5 मई तक लिए जाएंगे। अधिक आवेदन होने की स्थिति में लाटरी के माध्यम से सीट आबंटन होगा। 11 मई से 15 मई के मध्य प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। प्रवेश के संबंध में लोक शिक्षण संचालक ने दिशा निर्देश जारी किया हैं, जिसके अनुसार आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से भरे जा सकेंगे। एक विद्यार्थी एक स्कूल हेतु आवेदन करेगा। प्रत्येक कक्षा में रिक्त सीट का 50 प्रतिशत छात्राओं के लिए आरक्षित होगा। छात्राओं को पर्याप्त संख्या नहीं होने पर ही बालकों को प्रवेश मिलेगा। बीपीएल एवं आर्थिक रूप से कमजोर पालको के बच्चों को रिक्त सीट में 25 प्रतिशत सीट के विरुद्ध प्रवेश दिया जाएगा।
कक्षा पहली हेतु आयु साढ़े 5 से साढ़े 6 वर्ष निर्धारित, किसी एक स्कूल में कर सकेंगे आवेदन
स्वामी आत्मानंद स्कूल हेतु आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकेगा। एक विद्यार्थी एक स्कूल हेतु में ही आवेदन कर सकेगा। कक्षा पहली में प्रवेश हेतु विद्यार्थी की आयु 31 मई 2023 की स्थिति में 5 वर्ष 6 माह से 6 वर्ष 6 माह के मध्य होनी चाहिए। स्कूल के क्षमता के अनुसार प्रवेश देने का अधिकार कलेक्टर की अध्यक्षता वाली सोसायटी को होगा। रिक्त पदों के 25 प्रतिशत सीटों पर बच्चों का प्रवेश लाटरी सिस्टम से होगा अर्थात कंप्यूटर के माध्यम से रेंडमली चयन किया जाएगा। उत्कृष्ट स्कूलों में कक्षा छठवीं एवं नवमी में सोसायटी के निर्णय अनुसार लिए जाएंगे।
पूर्व से संचालित अंग्रेजी स्कूल और कोरोना से अनाथ बच्चों को मिलेगी प्राथमिकता
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी व हिंदी स्कूलों में विकास खंडों में पूर्व में संचालित स्कूलों के विद्यार्थियों को कक्षा छठवीं एवं नवमी में प्राथमिकता से प्रवेश दिया जाएगा। वही महतारी दुलार योजना के अंतर्गत कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को विशेष प्राथमिकता से प्रवेश दिया जाएगा। आवेदन के साथ पालक का मृत्यु प्रमाण पत्र संलग्न किया जाना अनिवार्य होगा। अधिक जानकारी के लिए जिला में निकटस्थ संचालित स्वामी आत्मान्द स्कूलों के सूचना पटल का अवलोकन करें। छुईखदान आत्मानन्द स्कूल मिडिल स्कूल के निरीक्षण के दौरान सहायक परियोजना अधिकारी प्रकाश तारम, सी.ई.ओ. छुईखदान जे.एस. राजपूत, विशेष कोचिंग नोडल डॉ. मक़सूद सहित संस्था की प्रधान पाठक मालिनी गवेल, टीचर मेरी थॉमस, दीपा साहू और धवल ईरानी तथा अन्य स्टॉफ और विद्यार्थी उपस्थित थे।
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