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महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों का दुरुपयोग रोकने हेतु राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों का दुरुपयोग रोकने हेतु राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

कवर्धा। सरकार द्वारा नारियों की सुरक्षा एवं स्वतंत्रता हेतु सरकार द्वारा सशक्त कानून बनाए गए हैं, परंतु इसका यह तात्पर्य नहीं है कि निर्दोष प्रतिष्ठित व्यक्तियों को इन कानूनों का शिकार बनने दिया जाए, इसलिए उपरोक्त तथ्यों के मद्देनजर व न्यायिक दृष्टि से इन कानूनों पर पुनर्विचार कर संशोधित किए जाने की आवश्यकता है क्योंकि वर्तमान प्रावधानों का दुरुपयोग कर किसी एक स्त्री के द्वारा मिथ्या आरोप लगाने से ना सिर्फ एक पुरुष प्रताड़ित होता है बल्कि उस पुरुष से जुड़ी उसकी मां बहन पत्नी व बेटी ऐसी कई महिलाएं भी उसका शिकार बनती है उसका परिवारिक आर्थिक व सामाजिक जीवन तहस-नहस हो जाता है।

महिला उत्थान मंडल के कार्यकर्ताओं ने बताया कि ऐसे कई दृष्टांत हमारे समक्ष आते हैं और समाचारों में भी प्रकाशित प्रचारित होते रहते हैं। कानून के दुरुपयोग से ऐसी कई महिलाओं के संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकारों का हनन होता है। अतः विश्व महिला दिवस के उपलक्ष में ऐसी समस्या के बारे में राष्ट्रपति महोदय का ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा कि हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य भी बनता है उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले सविधान दिवस के उपलक्ष में अपने संबोधन में भारत के मुख्य न्यायमूर्ति श्री एन.वी रामन्नजी ने कहा कि कोई भी कानून बनाने के बाद उसका समाज पर क्या प्रभाव पड़ा है इसकी समीक्षा नहीं की जा रही हैं। इस वजह से देश में केसों की संख्या भी बढ़ रही हैं। पूज्य बापू जी एक ऐसे लोक संत हैं जिनसे जुड़ा हर पहलु लाखों करोड़ों नागरिकों पर अविस्मरणीय प्रभाव डालता है। पूज्य बापू जी को दिए गए कारावास से जन समुदाय पीड़ित हैं। देश, धर्म और संस्कृति के उत्थान में पूज्य बापूजी के अनमोल योगदान से जन समाज भी भलीभांति परिचित हैं। इस विकट परिस्थिति में ऐसे महान संत के स्वास्थ्य की सुरक्षा व समाज के बीच उनकी उपस्थिति का महत्व क्या होता है यह आप जैसे संस्कृति व देश प्रेमी ही समझ सकते हैं।

उपरोक्त तथ्यों को मद्देनजर रखते हुए महिला उत्थान मंडल सहित पूरे भारतवर्ष के महिला उत्थान मंडल से जुड़ी बहनों की ओर से महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानून का दुरुपयोग रोकने हेतु ठोस कदम उठाए जाएं इसलिए राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा

इस अवसर पर महिला उत्थान मंडल की अध्यक्ष शितली वर्मा, सुलोचना तारम, कांति साहू, रजनी ठाकुर, किरण साहू, स्वाति नुरूटी, गायत्री यादव, यामिनी यादव, रश्मि वर्मा, सरिता लहरें, शान्ति नागवांनी, गिरजा रजक, देवला निर्मलकर, भावना जयसवाल, और सैकड़ों की संख्या में बहने उपस्थित रहे।

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