रायपुर। राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेता ने केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने बस्तर के नगर नार स्टील प्लांट के निजीकरण का विरोध किया है. पत्र में आग्रह किया है कि इस प्लांट से आदिवासी युवाओं को बड़ी उम्मीदें हैं, निजीकरण किए जाने की खबर से उसे बड़ा धक्का लगा है, इसलिए इसे सार्वजिनक क्षेत्र रहने दिया जाए.
फूलोदेवी नेताम ने लिखा कि, भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के अधीन नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम एनएमडीसी लिमिटेड द्वारा लगभग 20 हजार करोड रूपए से अधिक की लागत पर बस्तर में नगरनार स्टील प्लांट लगाया जा रहा है. अभी यह प्रोजेक्ट पूरा भी नहीं हुआ है लेकिन केन्द्र सरकार ने बस्तर के इस स्टील प्लांट का निजीकरण करने का निर्णय कर लिया है.
यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचल में सार्वजनिक क्षेत्र के प्रस्तावित स्टील प्लांट का निजीकरण किया जा रहा है. इससे लाखों आदिवासियों की उम्मीदों और आकांक्षाओं को गहरा आघात पहुंचा है. आदिवासी समुदाय आंदोलित हो रहे हैं.
फूलोदेवी नेताम ने कहा कि आपके माध्यम से मेरा निवेदन है कि केन्द्र सरकार नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के निर्णय पर पुनः विचार करे और इसे सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम के रूप में ही बनाए रखा जाए.