मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण हेतु राजनैतिक दलों की बैठक संपन्न


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो केसीजी
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में हुई विस्तृत चर्चा – पारदर्शी निर्वाचन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
खैरागढ़, 28 अक्टूबर 2025।
भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा निर्वाचक नामावलियों का विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) अर्हता तिथि 01 जनवरी 2026 के संदर्भ में जारी दिशा-निर्देशों के पालन हेतु आज शाम 5:30 बजे कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में जिले के मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में आयोग के निर्देशानुसार जिले में पुनरीक्षण कार्य की रूपरेखा, बी.एल.ओ. (BLO) की भूमिका, जनजागरूकता और मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने संबंधी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने उपस्थित सभी दलों के पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि सटीक मतदाता सूची लोकतंत्र की विश्वसनीयता की रीढ़ होती है। त्रुटिरहित सूची से यह सुनिश्चित होता है कि हर वैध मतदाता का नाम सूची में शामिल रहे और कोई भी अवैध या डुप्लीकेट प्रविष्टि न हो। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे अपने नियुक्त बूथ लेवल एजेंट्स (BLA) के माध्यम से पुनरीक्षण प्रक्रिया में सक्रिय सहयोग दें।
बी.एल.ओ. करेंगे घर-घर संपर्क
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रत्येक मतदान केंद्र पर नियुक्त बी.एल.ओ. अपने क्षेत्र के सभी मतदाताओं के घर तीन बार भ्रमण करेंगे। प्रत्येक मतदाता को दो प्रतियों में गणना प्रपत्र (Enumeration Form) उपलब्ध कराया जाएगा, जिनमें से एक प्रति मतदाता द्वारा भरकर बी.एल.ओ. को सौंपी जाएगी।
जिन मतदाताओं से निर्धारित अवधि में प्रपत्र प्राप्त नहीं होंगे, उनके संबंध में बी.एल.ओ. आसपास के मतदाताओं से जानकारी लेकर अनुपस्थित, मृत, स्थानांतरित या डुप्लीकेट प्रविष्टियों की पहचान करेंगे।
संबंधित पंचायत भवनों, नगर निकायों और खंड विकास कार्यालयों के नोटिस बोर्ड पर बूथवार सूचियां प्रदर्शित की जाएंगी, ताकि आम नागरिक अपने नामों की स्थिति की जांच कर सकें।
डिजिटल माध्यम से भी संभव होगा संशोधन
मतदाता अब https://voters.eci.gov.in पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन भी अपना विवरण संशोधित या अद्यतन कर सकेंगे। साथ ही, भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर 2002–04 के एसआईआर डेटा का संदर्भ भी उपलब्ध रहेगा, जिससे मतदाता अपने पुराने विवरण का मिलान कर सकेंगे।
कार्यक्रम की समय-सीमा
निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार –
प्रशिक्षण एवं प्रारूप तैयार करने की अवधि: 28 अक्टूबर से 3 नवम्बर 2025
मतगणना अवधि: 4 नवम्बर से 4 दिसम्बर 2025
पुनरीक्षण एवं पुनःस्थापन की प्रक्रिया: 4 से 8 दिसम्बर 2025
दावे एवं आपत्तियाँ स्वीकार करने की अवधि: 9 दिसम्बर 2025 से 8 जनवरी 2026
अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन: 7 फरवरी 2026 (शनिवार)
कलेक्टर ने कहा कि यह विशेष गहन पुनरीक्षण पिछले दो दशकों में जनसंख्या परिवर्तन, पलायन और मृत मतदाताओं के नामों को हटाने जैसी त्रुटियों के सुधार हेतु अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सफल बनाने में प्रशासन को पूरा सहयोग प्रदान करें।



