कवर्धा में हर साल की तरह इस साल भी निकाला गया खप्पड़। खप्पड़ को देखने के लिए उमड़ी भीड़ । भीड़ को संभालने के लिए रखा गया सुरक्षा का ध्यान।

कवर्धा में हर साल की तरह इस साल भी निकाला गया खप्पड़। खप्पड़ को देखने के लिए उमड़ी भीड़ ।भीड़ को संभालने के लिए रखा गया सुरक्षा का ध्यान।
कवर्धा:- हर साल की तरह इस साल भी कवर्धा में मां परमेश्वरी मां दंतेश्वरी मां चंडी माता मंदिर से खप्पड निकाला गया। जिसमें कवर्धा वासी आ पास के ग्रामवासी खप्पड़ का किए दर्शन । खप्पड़ का दर्शन करने के लिए उमड़ी भीड़।लोगो द्वारा जोरो से लगाया गया माता का जयकारा।भीड़ को संभालने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा रखा गया सुरक्षा का ध्यान।। कवर्धा में खप्पड़ निकालने का बहुत पुराना परंपरा चला आ रहा है जो आज इस मंदिरों में भी इस परंपरा को निभाते चले आ रहे है।कवर्धा के मंदिरों में माता रानी की इस परंपरा को देश भर में जाना जाता है। कवर्धा को धर्मनगरी के नाम से जाना जाता है।क्योंकि कवर्धा के आसपास बहुत सारे पुराने जमाने के मूर्तियां और मंदिर स्थित है।जो की हमारे धर्म और कर्म की तरह खींचती है। कहा जाता है की कवर्धा कबीर का भूमि भी है। इस लिए इसका नाम कबीरधाम भी रखा गया है। कवर्धा में हर गली चवराहे में मां दुर्गा का मुर्ति स्थापित कर का पंडाल लगाया गया है। जगह जगह में मां दुर्गा माता का भोजन तथा प्रसाद भंडारा का भी आयोजन किया गया है।

