खैरागढ़ : स्थानीय स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया शाखा खैरागढ़ में कई तरह की अव्यवस्थाएं देखने में आते रहती है, खाताधारकों और हितग्राहियों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जिला पंचायत के सहकारिता और उद्योग समिति के सभापति विप्लव साहू ने अपने अनुभव किया कि गांव और शहरों से आए कम पढ़े-लिखे और अनुभवहीन लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मैं मौजूद गार्ड कर्मी अपनी तरफ से मदद करने की पूरी कोशिश करते हैं लेकिन नाकाफी रहता है। अपने कार्य से गए बैंक शाखा पहुंचे विप्लव साहू को स्वयं असुविधा हुई और उन्होंने कुछ लोगों के विभिन्न आवेदन पत्र को भरने में मदद भी किया। वहां भी विभिन्न तरह के फार्म इधर-उधर बिखरे पड़े रहते हैं जबकि उनको बोर्ड मे हिंदी में टैग करके टांगना चाहिए।
जनधन के नाम पर खोले गए ग्रामीण एरिया के कियोस्क शाखा बंद होने के कारण जब ग्रामीण लोग और महिलाएं यहां पर आती है तो हिंदी, अंग्रेजी और बैकिंग व्यववहार का ज्ञान नहीं होने से उलझन में फंस जाते हैं।
जहां बैंक कार लोन, होम लोन आदि बड़े ऋण को जल्दी पास करते हैं, वहीं पर किसान और छात्रवृत्ति लोन पास करने में कई तरह के आनाकानी और नियम कायदा बात कर टालते रहते हैं।
बैंक प्रबंधन और सरकार को चाहिए कि समुचित व्यवस्था और व्यवहार को ठीक करते हुए ग्राहक सहायता केंद्र स्थापित करें।