उन्नत खेती की ओर अग्रसर खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
कृषि विस्तार, जैविक खेती, सिंचाई व फसल बीमा में दिखी जबरदस्त प्रगति
खैरागढ़, 14 नवम्बर 2025 //
वनांचल एवं मैदानी क्षेत्रों को समाहित करने वाला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला आज कृषि के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है। यहाँ के मेहनती किसान आधुनिक तकनीकों को अपनाकर खेती में उत्पादन व आय दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि कर रहे हैं।
खेती का विस्तार और उन्नत तकनीक का प्रसार
वर्ष 2012 में जिले का कुल निराकफसली क्षेत्र 1,02,166 हेक्टेयर था, जो अब बढ़कर 1,08,055 हेक्टेयर हो गया है। वहीं बिपफसली क्षेत्र 34,113 हेक्टेयर से बढ़कर 79,403 हेक्टेयर तक पहुँच गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि किसान अब पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर नवीन तकनीक और फसलों के विविधीकरण की ओर अग्रसर हैं।
फसल क्षेत्र में बढ़ोतरी
जिले में खरीफ फसलों का रकबा 2012 में 87,302 हेक्टेयर था, जो अब बढ़कर 1,07,912 हेक्टेयर तक पहुँच चुका है। इसी तरह रबी फसलों का क्षेत्र भी 46,243 हेक्टेयर से बढ़कर 86,710 हेक्टेयर तक पहुँच गया है। कृषि भूमि में यह वृद्धि जिले में तकनीकी नवाचारों और किसानों की बढ़ी जागरूकता का परिणाम है।
सिंचित क्षेत्र का विस्तार
सिंचाई सुविधाओं में भी जिला आगे बढ़ा है। वर्ष 2012 में खरीफ फसलों के तहत सिंचित क्षेत्र 29,023 हेक्टेयर था, जो अब 52,357 हेक्टेयर हो गया है। वहीं रबी फसलों में सिंचित क्षेत्र 10,069 हेक्टेयर से बढ़कर 40,314 हेक्टेयर हो गया है। नलकूप, लघु सिंचाई योजनाओं और संस्थागत विकास से उत्पादन में बड़ा सुधार हुआ है।
जैविक व परंपरागत खेती को बढ़ावा
जिले के वनांचल क्षेत्रों में पहले से जैविक खेती की परंपरा रही है। अब इसे प्रोत्साहन देने के लिए 500 हेक्टेयर में उन्नत तकनीक आधारित जैविक खेती की जा रही है। किसानों को इसके लिए प्रशिक्षण, संसाधन व विपणन सहायता भी दी जा रही है।
फसल बीमा योजना से किसानों को राहत
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत वर्ष 2016-17 में 35,901 किसानों को बीमा कवरेज मिला था, जो वर्तमान खरीफ सीजन में बढ़कर 55,644 किसानों तक पहुँच गया है। अब जिले के 61,470 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल बीमा कवरेज है, जिससे प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में किसानों को सुरक्षा मिली है।
किसानों को मिल रहा सम्मान और लाभ
वर्ष 2019 से लागू पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिले के 73,110 किसानों को ₹6,000 वार्षिक सहायता सीधे बैंक खातों में दी जा रही है। यह सहायता DBT के



