जोगी कांग्रेस ने बारदाने की अनिवार्यता खत्म करने सौंपा ज्ञापन
धान खरीदी शुरू होते ही किसानों के साथ दोहरी नीति का दांव खेलती प्रशासन
कबीरधाम व बेमेतरा जिला के साथ भेदभाव
25% व 50% के चक्कर मे किसानों को होगा नुकसान,
बारदाना 50 रुपये नग, बारदाने की कालाबाजारी चरम पर – सुनील केशरवानी
कवर्धा। जोगी कांग्रेस ने बारदाने की अनिवार्यता खत्म करने के लिए कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर बी एस उइके को ज्ञापन दिया गया।
जोगी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुनील केशरवानी ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के दो जिले कबीरधाम व बेमेतरा कृषि प्रधान जिले है 01 दिसम्बर से धान खरीदी की शुरुआत शासन के निर्देश अनुसार किया जा रहा है लेकिन किसानों के लिए यह संकट का पैगाम है धान खरीदी केंद्रों में छत्तीसगढ़ के एक जिला बेमेतरा में 25% बारदाने तो कबीरधाम में 50% बारदाने मांगे जा रहे है।
श्री केशरवानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के दो अगल-बगल के जिलों में कबीरधाम जिले में कुल-43 लाख व बेमेतरा जिले में कुल-60 लाख बारदाने मौजूद है देखा जाए तो बारदाने के कमी के कारण धान खरीदी में कोई प्रभाव नही पड़ेगा लेकिन प्रशासन भेदभाव कर रही है 25% व 50% की दोहरी नीति के दांव में किसानों को नुकसान ही है।
शहर अध्यक्ष हिमांशु महोबे ने कहा कि एक तरफ बारदाने की कालाबाजारी के खिलाफ प्रशासन मौन है एक बारदाने को 50 रुपये तक मे बेचा जा रहा है। मजबूरन किसानों को बोरी लेना पड़ रहा है। ये भेद भाव कब तक चलेगा पूरे छत्तीसगढ़ में एक ही नियम के तहत किसान भाइयों से धान खरीदी जाए अन्यथा कबीरधाम जिले सहित पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में बारदाने को लेकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे द्वारा उग्र आंदोलन किया जायेगा।
ज्ञापन देते समय प्रदेश सचिव टिंकू जैन ,जिलाउपाध्यक्ष आफताभ खान ,छात्र विंग जिलाध्यक्ष रंजीत वर्मा ,नीलेश सोनी सहित जनता कांग्रेसी उपस्थित रहे।