दुर्ग के डीपीएम संदीप ताम्रकार समेत महिला एवं बाल विकास के कर्मचारी उपस्थित रहे
मातृ छाया दुर्ग में रह रही बिना मां-बाप की मासूम बच्ची लावण्या को बुधवार को नया परिवार मिल गया। अमरावती महाराष्ट्र के दंपति रेशमा- प्रदीप कापड़ी परिवार ने उसे गोद लिया विधिवत गोदभराई की रस्म भी अदा की गई। दुर्ग बोरसी क्षेत्र में मातृ छाया संस्था है , जहां ऐसे नवजात शिशुओं को रखा जाता है जिन्हें अस्पताल या अन्यत्र बेसहारा छोड़ दिया जाता है।
इन बच्चों को भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से संतान विहीन दंपति को गोद दिया जाता है इस दत्तक ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि स्वास्थ्य विभाग दुर्ग के डीपीएम संदीप ताम्रकार व पत्नी संतोष ताम्रकार थे।इस अवसर पर पर सिंधी समाज से हेमंत छत्री, जय प्रकाश उपस्थित रहे ।संस्था के सचिव दिलीप देशमुख ने बताया कि यह संस्था वर्ष 2013 से दुर्ग जिले में संचालित है जिसकी आधारशीला रखने में संदीप ताम्रकार की विशेष भूमिका रही है संस्था के अध्यक्ष डॉ सुधीर हिशिकर ने बताया कि 11 वर्ष में अब तक 83 बच्चों को संतान विहीन दंपति को देकर घर बसाने का पुनीत कार्य किया जा चुका है