कोरोना को लेकर पुलिस प्रशिक्षण संस्थाओं में मचा बवाल,,,,, प्रशिक्षणार्थियों को कोरोना हुआ तो इसके जवाबदार कौन,,,


कोरोना को लेकर पुलिस प्रशिक्षण संस्थाओं में मचा बवाल,,,,, प्रशिक्षणार्थियों को कोरोना हुआ तो इसके जवाबदार कौन,,, प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षण लेने वाले काफी दहशत , मानसिक तनाव में,,,,,, पुलिस विभाग ,, पुलिस मुख्यालय अपने कर्मचारियों के लिए नहीं है एलर्ट,,,,,पूरे भारत में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है और दूसरी ओर पुलिस प्रशासन स्वयं ही शासन के आदेशों की कर रही है अवहेलना,, जी आपको बता दें अभी वर्तमान समय में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे भारत वर्ष में कोरोना का कहर बरस रहा है ,जिसका असर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में देखने को मिल रहा है, प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में छत्तीसगढ़ में कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं ,जिसमें मौत का आंकड़ा भी कम नहीं है, शासन प्रशासन जिला कलेक्टरो के द्वारा अपने-अपने जिलों में कोरोना से बचाओ संबंधित एलर्ट/आदेश लगातार जारी किया जा रहा है जिसे कड़ाई से पालन करवाने शासन प्रशासन जुट गया है,जिसमें प्रमुख रुप से राजनीतिक, धार्मिक ,सांस्कृतिक ,स्कूल कॉलेज, कौशल विकास केंद्र ,आंगनबाड़ी, वन विभाग व अन्य भीड़ भाड़ वाले जगहों को प्रतिबंधित किए जा रहे हैं ,और बहुत से प्रशिक्षण शाला है, जो छत्तीसगढ़ में संचालित है उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से बंद किए जा रहे हैं ,लेकिन आपको बता कर आश्चर्य होगा कि स्वयं अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाली विभाग , आम जनों को आदेशों का पालन कराने वाले खुद ही नियमों को नहीं मानेंगे तो आप इनके बातो पर कैसे यकीन करेंगे,,,, जी हां आपको बता दें पुलिस विभाग में अलग-अलग जगहों पर पुलिस के विभिन्न शाखाओं की ट्रेनिंग 300- 400 की संख्या में, ट्रेनिंग सेंटर पर प्रशिक्षण दिया रहा है, जिसमें ट्रेनिंग कर रहे जवानों में कोरोना को लेकर दहसत का माहौल बना हुआ है , कोरोना के लिए बड़ा बवाल मचा हुआ है,व साथ में ट्रेनिंग दे रहे अधिकारियों कर्मचारियों में भी कोरोना का डर सता रहा है, लेकिन पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी शासन प्रशासन के सभी नियमों को ताक में रखकर दबाव पूर्ण तरीके से प्रशिक्षण शाला में गुप्त तरीके से प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी रखे हुए हैं ,,,पुलिस विभाग के चंदखुरी प्रशिक्षण शाला रायपुर, पुलिस प्रशिक्षण शाला राजनांदगांव, बोरगांव, कांकेर, माना, प्रशिक्षणार्थीयो को बिना किसी सोशल डिस्टेंसिंग, बिना मास्क लगाए, बिना हाथों को सेनेटाइज किए,सामूहिक रूप से भीड़ में प्रशिक्षण करते कराते हुए शासन प्रशासन के आदेशों की धज्जी उड़ाते हुए देखा जा सकता है,,, प्रशिक्षण शाला में प्रशिक्षणार्थियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है, उच्च अधिकारी मुख्यालय में ए.सी. रूम में बैठ कर कर्मचारियों में कोरोना होने का इंतजार कर रहे हैं,, यदि इन कर्मचारियों को कोरोना होता है तो इसके जवाबदार कौन होंगे,,,