गौरेला पेंड्रा मरवाही :- विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल व सर्व हिंदू समाज के द्वारा राहुल गांधी का पुतला दहन किया गया
गौरेला पेंड्रा मरवाही :- विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल व सर्व हिंदू समाज के द्वारा राहुल गांधी का पुतला दहन
विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के जिला अध्यक्ष हर्ष छाबरिया के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल व समस्त हिंदू समाज , दुर्गा वाहिनी, मातृशक्ति के लोगों ने भाग लिया.
इस सभा में पेंड्रा नगर चौक मे भारत का बल -बजरंग दल,राहुल गांधी मुर्दाबाद, राहुल गांधी हाय हाय के नारों बीच पुतला दहन का कार्यक्रम रखा गया था
कार्यक्रम के प्रारंभ में सागर पटेल के द्वारा राहुल गांधी की गैर जिम्मेदारना बयान हिंदू हिंसक होते हैं को आपत्तिजनक बताते हुए कहा की संवैधानिक पद पर बैठा हुआ व्यक्ति इस तरह का वक्तव्य देता है.जो निंदनीय है.
इस क्रम को आगे बढ़ते हुए भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता राम जी श्रीवास ने अपने उद्बोधन में कहा कि कांग्रेस जनों की जिनका प्रतिनिधि राहुल गांधी करते हैं इन सभी का समय-समय पर हिंदू विरोधी बयान आते रहते हैं और यह हिंदू विरोधी हैं इसलिए हिंदू विरोधी कांग्रेसियों का और कांग्रेस का बहिष्कार करना चाहिए राम जी श्रीवास्तव के उद्बोधन के बाद मुकेश जायसवाल ने अपने वक्तव्य में बताया कि अगर हिंदू हिंसक होते तो मोहम्मद गौरी को बार-बार माफी नहीं मिलती हिंदुओं को अपने आराध्य राम के मंदिर के लिए 400 साल इंतजार नहीं करना पड़ता.
सभा के समापन में संस्कृत विद्यालय के संचालक परमात्मा नंद गिरी जी के द्वारा राहुल गांधी की जन्म से लेकर अभी तक की राजनीति का और उनकी काली करतूत के बारे में बोलते हुए कहा पहली गलती में सर काटने का साहस रखने वाला 99 गलतियां सहन करने वाला कृष्णा का पुरुषार्थ है पूरे ब्रह्मांड का स्वामी होते हुए भी समुद्र से रास्ता मांगना यह श्री राम की मर्यादा थी इसीलिए हिंदुओं को हिंसक कहना गलत हैं इस कार्यक्रम में भारत माता की जय जय श्री राम के उद्घोष के साथ पूरा नगर चौक पेंड्रा गुंजायमान हो रहा था जय श्री राम के घोष के बाद राहुल गांधी का पुतला दहन किया गया इस कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल दुर्गा वाहिनी मातृशक्ति व हिंदू समाज के लोगों ने अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर राहुल गांधी को एक सांकेतिक सूचना दिया कि हिंदुत्व पर बात करने से पहले हिंदुत्व को समझ लेना जरूरी है अन्यथा हिंदू समाज का क्षमा वान रूप देखा है प्रतिशोध का रूप देखकर आत्मा काँप जाएगी.